पटना ब्यूरो।
लेकिन यह तस्करी इंटर स्टेट लेवल पर न होकर इंटरनेशनल लेवल पर हो रही है। म्यांमार से तस्करी करके लाई जा रही विदेशी सिगरेट की एक बड़ी खेप को पकड़ा गया है। बिहार में डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) की पटना शाखा ने विदेशी मूल के सिगरेट की एक बड़ी खेप को पकड़ा है, जो म्यांमार से तस्करी कर लाई गई थी। इस कार्रवाई में 3,74,000 सिगरेट जब्त किए गए, जिनकी कीमत 63,58,000 आंकी गई है। यह सिगरेट एक विशेष रूप से बनाए गए कैविटी में छुपाए गए थे, जो ड्राइवर की सीट के पीछे बनाया गया था। डीआरआई ने ट्रक के ड्राइवर और खलासी को गिरफ्तार कर लिया है, और उनके खिलाफ कस्टम्स एक्ट, 1962 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
गुवाहाटी जोनल यूनिट की रही अहम भूमिका
कार्रवाई के पीछे डीआरआई की गुवाहाटी जोनल यूनिट की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। गुवाहाटी जोनल यूनिट ने पहले ही यह सूचना प्राप्त कर ली थी कि म्यांमार से बड़ी मात्रा में सिगरेट की तस्करी हो रही है और यह खेप बिहार पहुंचने वाली है। इस सूचना के आधार पर, पटना यूनिट को तुरंत सतर्क कर दिया गया और ट्रक की पहचान कर उसे पकडऩे की योजना बनाई गई। गुवाहाटी जोनल यूनिट ने न केवल इस सूचना को सही समय पर साझा किया, बल्कि उत्तर-पूर्व से होने वाली तस्करी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए डीआरआई की टीम को सहायता प्रदान की है।
बिहार यूनिट पहले भी ऐसी कार्रवाई करते रही हैं
डीआरआई की बिहार यूनिट ने हाल के महीनों में तस्करी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्रवाइयाँ की हैं। सिगरेट के अलावा, इस यूनिट ने सोना, गांजा, खिलौने, सौंदर्य प्रसाधन, और ई-सिगरेट जैसी वस्तुओं की तस्करी के मामलों में भी बड़ी सफलता प्राप्त की है। उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और इंडो-नेपाल सीमा से तस्करी करके लाई जा रही इन वस्तुओं की खेप को बार-बार पकड़ा गया है।
तस्करी से लोकल प्रोडक्ट पर पड़ता है असर
बिहार यूनिट के अधिकारी तस्करी की गतिविधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। गुवाहाटी जोनल यूनिट की सूचना और पटना यूनिट की सतर्कता के कारण यह संभव हुआ है कि तस्करों पर अंकुश लगाया जा सके और स्थानीय उद्योगों को बचाया जा सके, जो तस्करी के कारण बड़े नुकसान का सामना कर रहे थे।
लोकल सिगरेट बिजनेस मैन ने तस्करी पर की थी एक्शन की मांग
स्थानीय सिगरेट उद्योग ने म्यांमार से हो रही सिगरेट की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी, जिसका प्रभाव डीआरआई की इन कार्रवाइयों में देखा जा सकता है। पिछले एक महीने में यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है जिसमें स्मग्ल्ड सिगरेट की खेप पकड़ी गई है। डीआरआई के अधिकारियों ने बताया कि यह खेप एक बड़े तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है और आगे की जांच से इस नेटवर्क के बारे में और जानकारी मिलेगी।