पटना (ब्यूरो)। राज्य में जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, वायु प्रदूषण की स्थिति वैसे-वैसे खराब होती जा रही है। इस मामले में बेगूसराय की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। शनिवार को लगातार दूसरे दिन बेगूसराय राज्य का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। बेगूसराय में 415 एक्यर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) रिकार्ड किया गया। वहीं केंद्रीय राजधानी दिल्ली में 387 एक्यूआइ प्रदूषण की मात्रा रिकार्ड की गई।

राज्य में पटना की स्थिति भी काफी खराब रही। राजधानी में 318 एक्यूआइ प्रदूषण रिकार्ड किया गया। वहीं हाजीपुर में 319, छपरा में 356, आरा में 354, राजगीर में 371, समस्तीपुर में 356, भागलपुर में 319, सहरसा में 350, पूर्णिया में 351, कटिहार में 369 एक्यूआइ रिकार्ड किया गया।


राज्य में खराब हो रही प्रदूषण की स्थिति के संबंध में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डा.डीके शुक्ला कहना है कि मौसम में बदलाव आने के कारण प्रदेश में प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब हो गई है। इसके भौगोलिक एवं मानव जनित दोनों कारण है। एक तरफ जहां प्रदेश की मिट्टी हल्की होने के कारण हवा चलते ही उडऩे लगती है, जिससे पूरा वातावरण धूलकण से भर जाता है। वहीं दूसरी ओर ट्रक्टर एवं ट्रकों से ओवर लोड बालू ढ़ुलाई करने के कारण शहर की अधिकांश सड़कों पर बालू पड़ी है। जैसे ही कोई वाहन सड़क से गुजरता है। सड़क पर पड़ा बालू पूरे वातावरण में फैल जाता है। वातावरण में धूलकण की मात्रा मानक से ज्यादा होने के कारण लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।

राजधानी में गांधी मैदान इलाका सर्वाधिक प्रदूषित

राजधानी में गांधी मैदान का इलाका सर्वाधिक प्रदूषित रिकार्ड किया गया। गांधी मैदान के आसपास के इलाके में वायु प्रदूषण की मात्रा 439 एक्यूआइ रहा। वहीं इको पार्क के पास 406, दानापुर में 375, शास्त्रीनगर में 306, पटना सिटी में 188 एवं तारामंडल के पास 212 एक्यूआइ प्रदूषण रिकार्ड किया गया।