पटना ब्‍यूरो।पटना का दीघा एम्स एलिवेटेड रोड से आप सीधे शहर के एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंच जायेंगे। दीघा गंगा घाट से सीधे फुलवारी एम्स तक यह सड़क आपको नॉनस्टॉप मोड में पहुंचा देगी। लेकिन स्टंटबाज बाइकर्स इसका यूज रेसिंग ट्रैक के तौर पर कर रहे हैं। हालांकि रेसिंग में उन्हें कहीं पहुंचना नहीं रहता है। लेकिन इससे वे ऊपर जरूर पहुंच जा रहे हैं। इससे भी बड़ी चीज यह है कि वे अपनी जान के साथ-साथ दूसरे की जान की भी प्रवाह नहीं कर रहे हैं। रिल्स बनाने के चक्कर में रियल लाइफ गंवा रहे हैं। पटना में अटल पथ और गंगा पथ पर पुलिस की एक्टिविटी बढऩे के बाद बाइकर्स का अब दीघा एम्स एलिवेटेड रोड नया ठिकाना बन गया है।

किस्त पर ली थी बाइक


पटना के दीघा एम्स एलिवेटेड रोड पर मंगलवार की देर शाम बाइक दुर्घटना में तीन लड़कों की मौत हो गई। वहीं दो लड़के गंभीर रुप से घायल हो गए। मृतक की पहचान सुमीत राज, अभिषेक कुमार और शंकर कुमार के रूप में हुई। वहीं सुमीत कुमार और प्रवीण कुमार गंभीर रुप से घायल है। अभिषेक शादीशुदा था। उसकी छह महीने की बच्ची भी है। उसने सिलिगुड़ी की लड़की से दो साल पहले लव मैरिज की थी। अभिषेक अपने घर का इकलौता चिराग था। वहीं सुमीत राज के पिता धर्मेंद्र यादव मजदूरी करते हैं। फिर भी उन्होंने अपने बेटे की खुशी और जिद को पूरा करने के लिए किस्त पर खरीद कर आर वन बाइक दी थी। सुमीत और अभिषेक रानीपुर फुलवारी के रहने वाले थे। उसे जानने वाले लोगों ने बताया कि वे लोग मंगलवार की शाम को ही बाइक से निकले थे। सुमीत, अभिषेक के अलावा एक और लड़का प्रवीण भी था। यह तीनों अपने घर से निकले थे। वहीं दूसरी बाइक से शंकर कुमार और सुमीत कुमार थे। उनके पास पल्सर थी।

जब पांच यार और दो बाइक मिले फिर रेसिंग की शर्त लगी


सात बजे के करीब पांच दोस्त सुमीत राज उर्फ बंटी कुमार, अभिषेक कुमार, शंकर कुमार, सुमीत कुमार और प्रवीण कुमार गंगा पथ पर मिले। आर वन यामहा बाइक पर तीन लड़के सवार हुए। वहीं पल्सर 220 पर दो दोस्त बैठे। सभी एम्स दीघा एलिवेटेड रोड पर निकल जाते हैं। पीछे बैठे हर लड़के के हाथ में मोबाइल होता है। एलिवेटेड रोड के बीच कट से सभी को फिर से वापस गंगा पथ पर आना था। सुमीत राज, अभिषेक और प्रवीण आर वन पर बैठे होते हैं। वहीं सुमीत कुमार और शंकर कुमार पल्सर पर बैठे होते हैं। शंकर पल्सर चला रहा होता है। सुमीत ड्राइवर के अपोजिट साइड बैठ कर वीडियो बना रहा होता है। आगे पल्सर होती है वहीं पीछे से आर वन आ रही होती है। जल्दी इस बात की थी कि कौन कट से मुड़कर जल्दी वापस गंगा पथ की ओर आता है। यहीं पर गलती होती है और आर वन पल्सर में जा टकराती है। जिससे दोनों बाइक के परखच्चे उड़ जाते हैं। बाइक की स्थिति देखकर यही अनुमान लगाया जा सकता है कि दोनों बाइक की स्पीड 150 किमी से नीचे नहीं रही होगी।

स्पीड संग रिल्स से बनना था थ्रिल्स


सड़कों पर आप अक्सर स्पीड को लेकर चेतावनी भरे शब्दों में लिखा हुए देखते होंगे। जिसमें स्पीड़ थ्रिल्स बट किल के साथ साफ तौर पर संदेश दी जाती है। लेकिन अभी इसके साथ रिल्स भी जुड़ गया है। क्योंकि लोग अपने हर पल को अब रिकॉर्ड करना चाहते हैं। जो अक्सर बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बनती है। यहां पर भी बाइक चालक को अगर छोड़ दें तो पीछे बैठे हर शख्स के हाथ में मोबाइल था। वे बढ़ते स्पीड के साथ रोमांच के हर पल को रिकॉर्ड कर रहे थे। लेकिन फिर आखिरकार मैसेज का आखिरी शब्द किल से उनका सामना हो गया।