पटना ब्‍यूरो।

यहांं की कई महिलायें है जो शेयर मार्केट से काफी पैसा बना रही है। अब उनके जीवन का एक हिस्सा बन गया है शेयर मार्केट। पटना की महिलायें घर संभालने के साथ ही आफिस भी संभाल रही और साथ ही अपने फायनेसियल फ्रीडम को जल्द पाने के लिए इक्विटी बाजार में इंवेस्ट भी। इनका दायरा इतना बढ़ता जा रहा है कि कुछ नये पीढी के लोग कम उम्र में ही शेयर का ज्ञान लोगों को देकर एडवाइजर भी बने है। इसमें लड़कियां भी शामिल है। इंवेस्टमेंट में बिहार भले ही टॉप टेन में भी न हो लेकिन महिलायें यहां इंवेस्टमेंट में आगे जा रही हैं। आज हम ऐसी ही कुछ सफल लेडिज की बात करेगें।

तीशा गोयनका---
उम्र कम समझ ज्यादा


कम उम्र में लोगों को शेयर बाजार में टिकने की एडवाइस देना कितनी मुश्किल का काम यह हम सब समझते है लेकिन इस काम को बखूबी निभा रहीं हैं तीशा गोयनका। पटना के राजापुर एरिया में रहने वाली तीशा को बचपन से ही शेयर बाजार में इंट्रेस्ट था। खास यह रही कि घर का माहौल भी वैसा ही मिला। उनके अंकल और फादर दोनों शेयर मार्केट से जुड़े रहे। ऐसे में उनहें इस बाजार में अपनी जगह बनाने में बहुत मुश्किल नहीं हुई। तीशा ने बताया कि वह अब पोर्टफोलियो मैनेज करती है। एक ब्रोक्रिग हाउस में बतौर एडवाइजर काम भी करती रही है। तीशा ने कहती है- महिलाओं को तो पहले फायनेसियल मामलों में राय लेने लायक भी नहीं समझा जाता था। वे मनी मैटर में इवोल्व भी नहीं हो पाती थी। लेकिन अब हालात बदल रहे है। शेयर से लेकर म्यूचुअल फंड में लोगों को इंवेस्ट करने की सलाह देती हूं। सैकड़ों क्लाइटस है जिनका पोर्टफोलियों मैनेज करना पड़ता है.् तीशा ने बीकॉम के बाद सीए किया और अब तो यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से एमबीए कर लेने की तैयारी भी है। फादर संजय गोयनका का भी बड़ा साथ मिला जो उन्हें इस क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। तीशा ने भी बताया कि लोग पहले सिर्फ जमीन ओर गोल्ड में या एफडी में ही इंवेस्ट करने चाहते थे। लेकिन अब लोग शेयर की ताकत भी समझ रहे हैं।

निशा पोद्दार---
कोविड के बाद खूब बना पैसा


निशा पोद्दार बोरिंग कैनाल रोड में रहती है। होम मेकर रही है, मां और पत्नी की जिम्मेदारी भी बखूबी निभाई बेटा आईआईटी दिल्ली में और बेटी ने देश के बड़े संस्थान से पढ़ाई कराई। हस्बैंड अनिल पोद्दार का बड़ा बिजनेस, बावजूद इसके निशा पोद््दार ने खुद के भरोसे अपनी वेल्थ क्रियेट की है। घर से ही ट्रेडिंग की, इंवेस्टमेंट किया और आज उस मुकाम पर है जहां पहुंचकर कोई भी अपनी सफलता पर गर्व कर सकता है। निशा ने बताया कि - मैनें कोविड के समय अच्छा पैसा बनाया है। अब मैं ट्रेडिंग नहीं करती इंवेस्टिमेंट पर ही ध्यान देती हूं। शेयर्स के लिए लार्ज कैप वाले शेयर को प्रेफर करती हूं जबकि म्युचुअल फंड में इंवेस्मेंट के लिए मिड कैप और स्मॉल कैंप ही पसंद है। निशा ने बताया कि उन्होंने ट्रेडिंग का कोर्स भी किया है। वे खुद कामर्स स्टूडेंट रही और पढऩे का शौक शुरू से ही रहा है।

डॉ। अर्चना भारती
पेशेंस रखे तो पैसा बनता है


डॉ अर्चना भारती सरकारी जॉब करती है। हस्बैंड महेन्द्र कुमार भी सेन्ट्रल गर्वमेंट की नौकरी में है। अर्चना को शेयर मार्केट की कीमत पता चल चुकी है। पिछले सात सालों में जो पैसा उन्होंन इंवेस्टमेंट से कमाया है वह अच्छा खासा है। अर्चना ने बताया कि वे जॉब में हैं ऐसे में शेयर मार्र्केट में डायरेक्ट इंवेस्टमेंट नहीं करती। ऐसे में म्युचुआल फंड में निवेश करना ही सेफ है। इसका फायदा दिखा है। खासकर कोविड के बाद तो काफी अच्छा रहा है बाजार। अर्चना ने बताया कि कई आर्टिकल्स पढ़ी रहती हूं जिससे यह कई जानकारी मिलती रहती है। आने वाले 20 सालों में भारत की गा्र्रेथ स्टोरी काफी अच्छी रहने वाली है ऐसे में शेयर मार्केट और पैसा भी काफी ग्रो करने वाला है। यही कारण है कभी एसआईपी तो कभी एकमुश्त रुपये इंवेस्ट करती रहती हूं। अर्चना भारती ने कहा कि उनकी बेटी संस्कृति राज भी अभी बोर्ड करने वाली है, लेकिन उसका इंटे्रेस्ट भी शेयर मार्केट है। बच्चों में भी फायनेसिंयल फ्रीडम की सोच आ रही है यह तो अच्छी ही बात है।

रागिनी पाण्डेय---
खुद ही नहीं बच्चों को भी इंटेरेस्ट


रागिनी पाण्डेय को भी शेयर बाजार भा गया है। जगदेपथ एरिया में रहने वाली रागिनी की जब शादी शादी होकर आई तो वह घर में अपने जेठ को शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते देखती थी। कुछ दिनों बाद पूछ ही बैठी भैया ये क्या करते है आप? तो उन्होंने पहली बार शेयर मॉर्केट की जानकारी दी और कहा कि तुम्हारा इंटेरेस्ट है तो कर सकती है। फिर क्या था उन्होंने डिमेट एकाउंट खुलवाया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। रागिनी ने बताया कि ट्रेडिंग भी करती है। उनका इंवेस्टमेंट लगभग छह महीने का होता है और 30 से 35 परसेंट पर प्रोफिट बुक कर लेती हैं। कई बड़े इंस्वेटरों को सुना है, पढ़ा है और उससे काफी लाभ उठाया है। रागिनी ने बताया कि उनके पति प्रकाश पाण्डेय मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करने है। उनके तीन बच्चे है। तनिषा, तृषा बेटियां है और ध्रुव बेटा है। इन सभी को शेयर मार्केट में इंटे्रेस्ट है और वे इसमें ही आगे बढ़ेगें। रागिनी ने पीजी किया है और खुद की पहचान बनाने के लिए हमेशा काम किया है।