पटना (ब्यूरो)। सी-डैक (उन्नत कंप्यूटिंग विकास केंद्र) अब इंजीनियरिंग संस्थानों के छात्रों को औद्योगिक एक्सपोजर दिलाएगा। इन छात्रों के लिए अपने पाठ्यक्रम में वर्क बेस्ड लर्निंग अनिवार्य होती है। इसके तहत सी-डैक अपने विज्ञानी के माध्यम से उन्हें 10 हजार मासिक छात्रवृत्ति के साथ यह एक्सपोजर दिलाएगा। गुरुवार को बिस्कोमान स्थित सी-डैक कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सी-डैक पटना एवं कोलकाता के सीनियर डायरेक्टर एवं सेंटर हेड आदित्य कुमार सिन्हा व समन्वयक विज्ञानी डा। मिसबाउद्दीन ने दी। कहा कि सी-डैक हाई कंप्यूटिंग कोर्स के साथ-साथ इंटरनेट आफ थिंक्स में ब्रिज कोर्स संचालित होगा। सभी कोर्स छह माह तक संचालित होंगे। इसमें इंजीनियरिंग, बीटेक, एमसीए, बीसीए कोर्स पास करने वाले अभ्यर्थी इसके लिए आवेदक होंगे। इसके लिए अभ्यर्थी 18 दिसंबर से आवेदन कर सकते है।
150 छात्रों का होगा बैच
यह पूरा कोर्स एक प्रकार का कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम है जिसकी कुल अवधि 700 घंटे की होगी। इस प्रोग्राम का मकसद वर्तमान इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार नॉलेज और स्किल से अपग्रेड करना है। सी-डैक की ओर से बताया कि कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के अंतर्गत एससी-एसटी और महिलाओं का 150 स्टूडेंट्स का बैच होगा। कोर्स में एनरॉल्ड छात्रों को स्कॉलरशिप भी दिया जाएगा। इसमें सलेक्टेड कैंडिडेट्स को सी, सी प्लस, पाइथन, एचपीसी एवं पैरलल प्रोग्राम, ओपन एमपी, ओपन सीएल आदि सीखने का नॉलेज दिया जाएगा। जिनका सलेक्शन होना है यह 24 जनवरी , 2024 तक बताया जाएगा और एक मार्च 2024 से कोर्स शुरू हो जाएगा। यह नेशनल सुपर कम्प्यूटर मिशन के स्कीम के तहत शुरू किया जा रहा है। इस क्षेत्र में मैनपावर डेवलप करने में यह एक बड़ा इनिश्एिटिव है।