पटना ब्‍यूरो।

पटना स्थित बिहार इंजीनियर यूनिवर्सिटी बिल्डिंग के काम में तेजी लाने को लेकर सभी स्टेक होल्डर्स की पटना कमिश्नर कुमार रवि की अध्यक्षता में बैठक हुई। कमिश्नर ने बताया कि यह यूनिवर्सिटी सरकार की टॉप प्राइरिटी में शामिल है। मंगलवार को इस मामले में बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। कमिश्नर कार्यालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में डीएम पटना शीर्षत कपिल अशोक, प्रबंध निदेशक पटना स्मार्ट सिटी लि.-सह-नगर आयुक्त, पटना नगर निगम अनिमेष कुमार पराशर, अपर समाहर्ता, पटना, मुख्य अभियंता, भवन निर्माण विभाग, कार्यपालक अभियंता डीएमआरसी, महाप्रबंधक पेसू, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग एवं अन्य भी उपस्थित थे।

प्रोजेक्ट के तीन भाग :- मेन बिल्डिंग, गेस्ट रुम व केयर टेकर निवास.

मेन बिल्डिंग :


मेन बिल्डिंग जी+4 है, जिसकी कुल ऊंचाई 68 फीट है। भूतल पर डीन ऑफिस, रजिस्ट्रार ऑफिस, स्टोर रूम, कैफेटेरिया, फायनेंस ऑफिस, डबल हाइट इन्ट्री की व्यवस्था की गई है। प्रथल तल पर मीटिंग हॉल, वीसी ऑफिस व मूल्यांकन केन्द्र का प्रावधान किया गया है। द्वितीय तल पर 7 कार्यालय कक्ष, मूल्यांकन केन्द्र, 6 स्टोर रूम एवं 4 स्कैंनिंग कक्ष प्रस्तावित है। तृतीय तल पर पांच रिकार्ड कक्ष, स्टोर एवं स्कैनिंग कक्ष बनेगा। चतुर्थ तल पर मूल्यांकन केन्द्र एवं 2 हॉल का प्रावधान किया गया है। बैरियर-फ्र एक्सेस के लिए पर्याप्त रैंप, 3 पैसेंजर लिफ्ट एवं एक गुड्स लिफ्ट का प्रावधान किया गया है। मुख्य भवन का कुल क्षेत्रफल 1,11,732 वर्ग फीट है।

गेस्ट रुम


गेस्ट रुम (जी+1) का कुल क्षेत्रफल 11,007 वर्ग फीट है। कुल आठ कक्ष एवं अटैच्ड टॉयलेट के साथ चार वीआईपी सूट बनाए जा रहे हैं।

केयर टेकर रेजिडेंस


केयर टेकर रेजिडेंस ग्राउंड फ्लोर पर रहेगा। जिसका कुल क्षेत्रफल 665 वर्ग फीट है। कमिश्नर ने कहा कि प्रस्तावित भवन में सुगम प्रवेश एवं निकास के साथ उच्चतर मानकों पर आधारित सुरक्षा व्यवस्था, लाइट, एसी व अग्निशमन की व्यवस्था रहेगी।

प्रोजेक्ट की क्या है खासियत


सात निश्चय-2 कार्यक्रम अन्तर्गत स्थापित एवं संचालित बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी, पटना के भवनों के निर्माण एवं अन्य कार्य के लिए विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा रुपए 6,692.11 लाख (66 करोड़ 92 लाख 11 हजार) की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। साइट का क्षेत्रफल 5 एकड़ है। परियोजना की अवधि 18 महीने है। एजेंसी को इसी माह कार्यादेश निर्गत किया गया। परियोजना का स्थल चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, निफ्ट पटना, चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी व मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख संस्थान क्षेत्र के निकट स्थित है।


बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी बिल्डिंग 2025 तक पूरा करने का टारगेट

कमिश्नर कुमार रवि ने कहा कि भवन निर्माण विभाग द्वारा बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी बिल्डिंग का निर्माण कार्य स्पीड से किया जाएगा। जो भी छोटी-मोटी समस्याएं आ रही हैं उसका जिला पदाधिकारी द्वारा निराकरण किया जा रहा है। वर्ष 2025 तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।


सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की भूमिका

पटना कमिश्नर कुमार रवि ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में स्टूडेंट्स को बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए इसकी स्थापना की गई है। ज्ञान-आधारित वर्तमान युग में यह विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स के लिए सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की भूमिका निभाएगा। एप्लाइड साईंस, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, वास्तुकला और योजना, और प्रबंधन के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान के ज्ञान को बढ़ावा दिया जाएगा।