- छात्र हित के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेंगे: छात्र जदयू
- एएन कालेज में बढ़ी फीस वापस लेने के लिए छात्र संघ करेंगे आंदोलन
PATNA : मगध विश्वविद्यालय के कॉलेजों में एडमिशन जारी है और एक बार फिर से फीस वृद्धि का मुद्दा गर्म हो गया है। लेकिन सबसे अधिक फीस वृद्धि एएन कॉलेज में किया गया है। बीते वर्ष की तुलना में यहां स्नातक के पाठ्क्रमों में साल भर में एक हजार रूपये से अधिक की वृद्धि की गई है। इस मामले को लेकर एएन कालेज में छात्र संघ आंदोलन करेंगे। छात्र जदयू के उपाध्यक्ष राधे श्याम ने कहा कि यह छात्रों के हित का मामला है और इसके लिए किसी भी स्थिति में समझौता नहीं किया जाएगा। जानकारी हो कि स्नातक में जहां बीते वर्ष ख्फ्भ्0 रुपए फीस लगी थी वहीं इस बार यह फीस फ्ब्भ्0 रुपए लग रहा है।
शिक्षा मंत्री से नहीं हो सकी मुलाकात
फीस वृद्धि को लेकर शनिवार को छात्र जदयू के नेतृत्व में छात्रों का एक शिष्टमंडल शिक्षा मंत्री से मिलने का समय लिया था। लेकिन व्यस्त कार्यक्रम की वजह से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात नहीं हो सकी। संघ के उपाध्यक्ष राधे श्याम ने कहा कि इस बारे में अन्य कॉलेजों की स्थिति का भी आंकलन करते हुए मामले को मंत्रीजी के समक्ष रखा जाएगा।
सोशल मीडिया पर भी विरोध
छात्र जदयू की ओर से बताया गया कि यह स्लोगन झूठा है कि सब पढ़ें, सब बढ़े। क्योंकि अब जो अधिक फीस देगा वहीं पढ़ सकेगा। आलम यह है कि अभी कैंपस में इसका विरोध से पहले यह फेसबुक पर वायरल हो गया है। इस पर छात्र अपनी कड़ी प्रक्रिया दे रहे हैं। छात्रों का कहना है कि फीस को लेकर कॉलेज का रवैया मनमाना है। संसाधन बढ़ाने की बात कभी नहीं होती है, लेकिन फीस बढ़ा दिया जाता है। जानकारी हो कि यदि एक छात्र से एक हजार रूपये अधिक लिया जाता है तो इस प्रकार हजारों छात्रों ने एक बड़ी राशि कॉलेज प्रशासन के पास आएगा।
शिक्षकों की कमी का तर्क गलत
शिक्षकों की कमी का तर्क को फीस वृद्धि से जोड़ना छात्र संघों ने गलत बताया है। एआइएसएफ के राज्य सचिव ने कहा कि अभी बढ़ी फीस का अध्ययन किया जा रहा है। जल्द इसके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि लड़कियों की पीजी तक की पढ़ाई फ्री है लेकिन कालेज किसी न किसी बहाने से फीस बढ़ाने का पैतरा अपना रहा है।