पटना ब्‍यूरो। विकास प्रबंधन संस्थान (डीएमआइ) में नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो गया है। इस बार बीटेक और बीएससी आइटी के छात्रों ने भी एडमिशन लिया है। एडमिशन इंचार्ज प्रो श्रीधर तेलीदेवरा ने बताया कि सत्र 2024-26 में नामांकन लेने वाले छात्रों में बीटेक, बीएससी, आइटी और बीए ऑनर्स इन एग्रीकल्चर के भी विद्यार्थी हैं। कुल नामांकित छात्रों में सबसे अधिक 27 प्रतिशत कला, 25 प्रतिशत बीकॉम, 15 प्रतिशत बीबीए, 13 प्रतिशत विज्ञान, सात प्रतिशत बीबीएम, पांच प्रतिशत बीटेक व तीन प्रतिशत बीसीए के विद्यार्थी हैं। इसके अतिरिक्त वोकेशनल, बीए ऑनर्स इन एग्रीकल्चर और बीएससी (आइटी) के भी छात्र शामिल हैं।

विद्यार्थी जायेंगे गांव, जानेंगे फिल्ड के कार्य अनुभव
नये सत्र 2024-26 में नामांकित विद्यार्थियों का 15 दिनों का इंडक्शन प्रोगाम शुरू हो गया है। इंडक्शन 13 जुलाई तक चलेगा। इन दिनों में छात्र कॉलेबोरेटिव लर्निंग, समय प्रबंधन, हॉस्टल कल्चर, सामाजिक कर्तव्य, फिल्ड अनुभव जैसे पहलुओं से रू-ब-रू होने के साथ-साथ प्रबंधन में इसके महत्व को भी जानेंगे। पीजीडीएम इंचार्ज प्रो गौरव मिश्रा ने बताया कि पीजी डिप्लोमा इन डेवलपमेंट मैनेजमेंट प्रोग्राम में नामांकित विद्यार्थी विभिन्न संकायों से होते हैं। उन्हें प्रबंधन कोर्स के अनुरूप विकसित करने के लिए 15 दिनों का इंडक्शन प्रोगाम शेड्यूल किया गया हैं। प्रबंधन कोर्स के लिए कॉलेबोरेटिव लर्निंग अनिवार्य है। इसलिए छात्रों को सबसे पहले हॉस्टल कल्चर की जानकारी दी जाती है। हॉस्टल सेकेंड क्लास रूम के रूप में देखा जाता है। किसी भी संकाय से स्नातक करने वाले पीजीडीएम कोर्स में एडमिशन लेते हैं। इस कारण सभी को एक प्लेटफार्म पर लाने के लिए कॉलेबोरेटिव वर्क कराया जाता है।

दो साल के कोर्स का दिया जाता है प्रारूप
डीन एकेडमिक प्रो शंकर पूर्वे ने बताया कि 15 दिनों के इंडक्शन में दो वर्षीय कोर्स का प्रारूप दिया जाता है। विद्यार्थी इस दौरान क्लास रूम के साथ फिल्ड विजिट भी करेंगे। 11 व 12 जुलाई को छात्र समस्तीपुर के सकरा में आगा खान रूरल स्पोर्ट प्रोग्राम से जुड़ेंगे। दो वर्ष के कोर्स में लगभग एक चौथाई समय फिल्ड वर्क का होता है। सामाजिक कर्तव्य और भागीदारी से जुड़ी कार्यशाला 12 व 13 जुलाई को होगा। ब्रिज फॉर चेंज के निदेशक आशीष अग्रवाल इस कार्यशाला का संचालन करेंगे। 15 जुलाई से कोर्स की कक्षाएं प्रारंभ हो जायेगी।