पटना ब्‍यूरो। दीघा थाना क्षेत्र में बाटा फैक्ट्री गेट पर कुख्यात रवि गोप के भाई राजू और विकास कुमार पर हुए हमले से आक्रोशित लोगों ने गुरुवार की सुबह दानापुर-गांधी मैदान मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। साथ ही पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजे की। प्रदर्शनकारी आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। सूचना मिलते ही विधि व्यवस्था (द्वितीय) दिनेश कुमार पांडेय दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों को काफी देर तक समझाने का प्रयास किया। इसके बाद आसपास के थानों की पुलिस बुलाई गई। जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने पर लोगों ने जाम हटाया।

बाइक पर आए थे आरोपी
प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि हत्यारे तीन बाइक पर छह की संख्या में आए थे। सभी ने अपने चेहरे को हेलमेट और गमछे से ढंक रखा था। कयास है लाइनर की भूमिका करीबी ने निभाई थी, तभी शूटरों को मालूम था कि राजू कितने बजे फैक्ट्री से निकलते हैं। सूत्रों की मानें तो तकनीकी जांच से जानकारी मिली है कि शूटर तीन दिनों से फैक्ट्री के आसपास मंडरा रहे थे।

मकान में छिप कर बचाई थी जान
छानबीन में पता चला कि एक गोली लगते ही राजू कार का गेट खोलकर भागने लगे। शूटरों ने उन्हें 15 मीटर तक खदेड़ा और दूसरी गोली मारी। बावजूद इसके वे दौड़ लगाते रहे और जान बचाने के लिए वे एक मकान में घुस गए, जिसके बाद बाइक सवार शूटर हवाई फायरिंग करते फरार हो गए। गुरुवार को निजी अस्पताल में आपरेशन के बाद राजू के पेट में लगी लोगी निकाल दी गई।

क्या है मामला
बुधवार की शाम चार बजे बाटा फैक्ट्री गेट पर कुख्यात रवि गोप के भाई राजू और साथ रहे विकास पर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी। इसमें विकास की मौत हो गई थी, जबकि राजू घायल हो गए थे। राजू का आपराधिक इतिहास रहा है। रवि वर्तमान में बेउर जेल में बंद है। उसे एसटीएफ ने पटना जंक्शन के पास गिरफ्तार किया था। उस पर कई संगीन मामले दर्ज हैं।