पटना ब्यूरो। पटना के जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या अभी भी पूर्व-कोविड स्तर तक नहीं पहुंची है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से दिसंबर 2023 तक पटना के अंदर और बाहर उड़ान भरने वाले घरेलू यात्रियों की संख्या 2022 अवधि की तुलना में 8.2क्रत्न कम हो गई है। इसी अवधि के दौरान पटना से अन्य मार्गों पर विमान की आवाजाही में भी 15% की गिरावट आई, हालांकि अधिकारी इसकी मुख्य वजह देवघर और खुशीनगर जैसे कई नए नजदीकी हवाई अड्डों से उड़ानों को देते हैं।
2022 के मुकाबले 2023 में आई गिरावट
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एएआई द्वारा जारी हवाई यातायात आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल से 31 दिसंबर, 2023 के बीच पटना हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या 25,88,381 थी, जो 2022 की इसी अवधि में 28,19,014 यात्रियों से काफी कम है। पटना हवाई अड्डा ने अप्रैल से दिसंबर 2023 के बीच 18,235 उड़ान संचालन संभाला, जबकि 2022 के दौरान 21,461 उड़ानें संचालित की गईं।
यात्री संख्या में 1.7% की वृद्धि
हालांकि, 12.7%की गिरावट के बावजूद, 2022 में इसी महीने की तुलना में अक्टूबर 2023 महीने में यात्रियों की संख्या में 1.7% की वृद्धि हुई। विमान संचालन में पिछले आठ महीनों में यात्री यातायात और उड़ान संचालन दोनों में गिरावट दर्ज की गई। पिछले साल अप्रैल में यात्रियों की संख्या में 20.5क्रत्न की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी, जब 2023 में 2,97,793 यात्रियों ने उड़ान भरी थी, जबकि 2022 के इसी महीने में 3,74,672 यात्रियों ने उड़ान भरी थी।
नजदीक के लोगों ने पटना एयरपोर्ट से बनाई दूरी
महाप्रबंधक (इंजीनियरिंग) परियोजना, एएआई -पटना, केएस विजयन ने कहा कि दरभंगा, बागडोगरा, देवघर और खुशीनगर से उड़ान का परिचालन शुरू हो गया है, इसलिए स्वाभाविक रूप से जो लोग इन हवाई अड्डों के करीब रहने वाले लोग पटना हवाई अड्डे से उड़ान नहीं भर रहे हैं। हालांकि, हाल ही में शहर के हवाई अड्डे पर यात्रियों की आवाजाही की संख्या में वृद्धि देखी गई है।
नए टर्मिनल भवन जल्द होगा चालू
पटना हवाई अड्डे के अधिकारी भी यात्रियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि उन्नत सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक टर्मिनल भवन इस वर्ष तक चालू हो जाएगा। एयर करियर सेवाओं के एक सूत्र ने बताया कि कोहरे और अन्य परिचालन कारणों जैसे मौसम की स्थिति के कारण उड़ानें रद्द करना, इसके अलावा कम लागत वाली एयरलाइनों की उड़ानों को रोकना भी हवाई यातायात में गिरावट का कारण हो सकता है। पटना हवाई अड्डा वर्तमान में दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई, गुवाहाटी, रांची, अयोध्या, अहमदाबाद, देवघर, लखनऊ और पुणे सहित विभिन्न शहरों के लिए प्रति दिन 32 उड़ानें और लगभग 10,072 यात्रियों को संभालता है।
गया हवाई अड्डे पर 58.7% की वृद्धि
इस बीच, 2022 की इसी अवधि की तुलना में, अप्रैल से दिसंबर 2023 तक दरभंगा हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या में 10.5% और उड़ान आंदोलन में 17.3%की गिरावट देखी गई है। दूसरी ओर, गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 58.7% की वृद्धि दर्ज की गई है। 2022 की इसी अवधि की तुलना में अप्रैल से दिसंबर 2023 तक यात्रियों की संख्या में और उड़ान आवाजाही में 22.1%की वृद्धि हुई।
पटना एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक एक नजर में
पैसेंजर 2023 अप्रैल-दिसंबर- 25,88,381
फ्लाइट का संचालन- 18,235
पैसेंजर 2023 अप्रैल-दिसंबर- 28,19,014
फ्लाइट का संचालन- 21,461
फ्लाइट संचालन में गिरावट 15%
फ्लाइट संचालन प्रतिदिन- 32
पैसेंजर का आवागमन प्रतिदिन- 10,072
पैसंजर के आवागमन में गिरावट-8.2%