पटना (ब्यूरो)। एशियाई पैरा गेम्स 2023 की शुरुआत 22 अक्टूबर से चीन के होंगझोउ में हो गया है। इसी के साथ भारत का दबदबा भी पैरा गेम्स में शुरू हो गया है। एशियन पैरा गेम्स के पहले दिन ही भारत ने मेंस हाई जंप में कमाल कर दिया। इस इवेंट में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनों मेडल भारत के नाम रहे। भारत की ओर शैलेश कुमार ने स्वर्ण, मरियप्पन थंगावेलु ने रजत तो राम सिंह पाधियार ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
बिहार के जमुई के हैं शैलेश
बिहार का नाम स्वर्णिम करने वाले शैलेश कुमार बिहार के जमुई जिले के एक छोटे से गांव इस्लामनगर के रहने वाले हैं। 23 साल के दिव्यांग शैलेश कुमार ने हाल ही में फ्र ांस के पेरिस में संपन्न हुए पैरा एथलेटिक्स वल्र्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया था। उनके इस सफलता के बाद चारों तरफ से बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित अन्य लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें बधाइयां दी है।
किसान हैं शैलेश के पिता
जमुई के साधारण गरीब किसान के परिवार से आने वाले शैलेश के पिता शिवनंदन यादव एक छोटे किसान और मां गृहिणी हैं। यदि शैलेश की उपलब्धियों की बात करें तो पेरिस वल्र्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शामिल होने से पहले बेंगलुरु में आयोजित पांचवीं इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऊंची कूद में गोल्ड मेडल हासिल कर अपनी जगह नेशनल टीम में बनाई थी।
मेडल जीतने के बाद छलका दर्द
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से वाट्सअप पर हुई बातचीत में शैलेश ने कहा कि जिस जगह से आते हैं, वहां पैरा एथलेटिक्स के बारे में लोग जानते तक नहीं है। ऐसे में ट्रेनिंग की बात तो छोड़ ही दीजिए। उन्होंने कहा कि शुरुआत में परिवार के लोगों को भी यह पता नहीं था, लेकिन बाद में धीरे-धीरे उनका साथ मिलने लगा तथा सांई सेंटर में ट्रेनिंग लेने के बाद अब स्थिति थोड़ी बहुत बेहतर हुई है। उन्होंने अपना मैडल कोच को समर्पित किया है। उल्लेखनीय है कि शैलेश बचपन से ही दिव्यांग है, परंतु इसके बावजूद अपनी मेहनत के दम पर एशियन गेम्स में अपनी जगह बनाई है। बताते चलें कि पैरा एथलेटिक्स वल्र्ड चैंपियनशिप में शुरुआती चार स्थान पर जगह बनाने वाले खिलाडिय़ों का चयन एशियन गेम्स के लिए किया जाता है।
सीएम ने दी शैलेश को बधाई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लाल शैलेश कुमार को चीन में चल रहे पैरा एशियन गेम्स-2023 के हाई जंप स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाई जंप स्पर्धा में शैलेश कुमार के स्वर्ण पदक जीतने पर बिहार के साथ ही पूरा देश गौरवान्वित है। उनकी कड़ी मेहनत और उनके दृढ ़संकल्प ने ही आज उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया है। वे निरंतर प्रगति के शीर्ष पर पहुंचे और देश का नाम रौशन करते रहें, ऐसी मेरी कामना है।
प्रमोद भगत ने सेमीमें बनाई जगह
बिहार के हाजीपुर सदर के रहने वाले प्रमोद भगत ने पैरा एशियन चैंपियनशिप के बैडमिंटन स्पर्धा में सेमीफाइनल में जगह सुनिश्चित कर ली है। बता दें कि प्रमोद का परिवार ओडिशा में रहता है। इससे पहले प्रमोद ने पैरालंपिक के बैडमिंटन इवेंट में गोल्ड जीत कर विश्व में नंबर वन रैंकिंग हासिल की थी। बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत पांच साल की उम्र में पोलियो का शिकार हो गए थे। बेहतर इलाज के लिए उनकी बुआ कुसुम उन्हें ओडिशा लेकर चली गई थी। बुआ की कोई अपनी औलाद नहीं थी, जिसकी वजह से प्रमोद का लालन-पालन ओडिशा में ही हुआ। इंटर पास करने के बाद प्रमोद ने आईटीआई किया। उन्होंने अपनी कमजोरी को ही अपना हथियार बनाया। प्रमोद भगत ने साल 2019 में दुबई पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट में दो गोल्ड, वल्र्ड चैंपियनशिप में भी चार गोल्ड जीत चुके हैं। इसके अलावा 2018 पैरा एशियाई खेलों में उन्होंने एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वह अब तक लगभग 45 मेडल जीत चुके हैं।