पटना ब्‍यूरो। बटक में जन्मजात खून की नलियों के गुच्छे (आर्टिरियोवेनस मेलफॉर्मेशन) नाम की गंभीर बीमारी से ग्रसित एक 21 वर्षीय युवक की सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने जान बचा ली है। युवक का नाम मुकेश कुमार जो लखीसराय जिले का रहने वाला है। युवक खासकर पिछले नौ साल से इस बीमारी से ग्रसित था। गंभीर हालत में परिजनों ने युवक को दिल्ली एम्स, पटना एम्स, पीएमसीएच, आइजीआइएमएस समेत कई बड़े सरकारी संस्थानों में भर्ती कराया गया, लेकिन सभी ने सर्जरी करने से हाथ खड़ा कर दिया। वहीं जब हालत अधिक खराब हो गयी तो परिजनों ने उसे बोरिंग रोड के बसावन पार्क स्थित श्रीराम सुपर स्पेशयिलटी एंड रेफरल हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राजकुमार से संपर्क किया। राजकुमार ने बताया कि मरीज को गंभीर हालत में भर्ती किया गया। जहां जनरल सर्जन डॉ संजीव कुमार के नेतृत्व में करीब पांच घंटे तक सर्जरी चली। इस सर्जरी में यूरोलॉजिस्ट डॉ संजय गुप्ता, राजकुमार, एनेस्थेसिया के डॉ आदित्य, ओटी असिस्टेंट बैद्यनाथ आदि डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।
10 लाख में एक लोग को होती है यह बीमारी
सर्जन डॉ संजीव कुमार व निदेशक राजकुमार ने बताया कि युवक के बाएं बटक में गुच्छे की बीमारी थी। यह दुर्लभ बीमारी जन्म लेने वाले हर 10 लाख बच्चों में एक को होती है। जन्म के समय छोटा अल्सर था। जब युवक 16 साल का हुआ तो अल्सर तेजी से बढऩे लगा और बीते दो साल से बाएं बटक के आधे से अधिक हिस्से को घेर लिया। हॉस्पिटल आने से पहले युवक के ऑर्टरी के पास नस फट गया था। जिससे खून काफी बहने लगा। इससे युवक का हिमोग्लोबिन घटकर 3 ग्राम पर आ गया था, साथ ही स्किन भी काला होने लगा था। सर्जरी के दौरान युवक को 10 यूनिट खून चढ़ाना पड़ा। सर्जरी के बाद अब मुकेश ठीक है।