पटना ब्‍यूरो। एक पुस्तकालय अथवा संग्रहालय, विद्यालय की भाँति ही हमारी ज्ञान परंपरा के आधार हैं। इनसे एक दो नहीं, अनेकों लोग लाभान्वित होते हैं। ऐसी संस्थाओं की स्थापना और संचालन समाज की बड़ी सेवा है। यह बातें रविवार को नासरीगंज, दीघा स्थित शशिकमल पुस्तकालय एवं संग्रहालय का लोकार्पण करते हुए, पूर्व केन्द्रीय मंत्री पद्मभूषण डॉ.सी। पी। ठाकुर ने कही। इस अवसर पर अपना विचार व्यक्त करते हुए बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि लोकार्पित पुस्तकालय और संग्रहालय के संस्थापक डॉ। शशि भूषण सिंह, जो सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता और एक बड़े लेखक भी हैं, साथ ही समाज में लंबी अवधि तक दिया जाने वाला एक अत्यंत प्रणम्य अवदान दिया है।