आखिर क्यों चुप रहे लड़कियां?
-बिहार पुलिस और लाडली फाउंडेशन ने मिलकर की शुरुआत
-पटना में एसएसपी को मिली संचालन की जिम्मेदारी, स्कूल-कॉलेजों की लड़कियां जुड़ेंगी
PATNA: गर्ल्स के साथ हो रही छेड़खानी सहित अन्य अपराधों से लड़ने के लिए उन्हें ही तैयार किया जाएगा। इसके तहत स्कूल कॉलेज की गर्ल्स की एक टीम बनकर उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। बिहार पुलिस और लाडली फाउंडेशन ने मिलकर इसकी शुरुआत की है। महिला कम्यूनिटी पुलिस लाडली कॉप्स की शुरुआत एडीजी हेडक्वार्टर कम सीआईडी आलोक राज ने की। लाडली फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ सुमन लाल के भेज प्रपोजल पर बिहार पुलिस ने मिलकर काम करने का फैसला किया है। पटना में लाडली कॉप्स के बेहतर संचालन की जिम्मेदारी एसएसपी विकास वैभव को दी गई है। एडीजी आलोक राज ने इसे एक अनूठा प्रयास बताया है। उन्होंने कहा कि स्कूल कॉलेज की लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। छात्राएं ही कम्यूनिटी पुलिस होगी और वे दूसरी छात्राओं की मदद करेंगी। इनका सीधा संपर्क पुलिस हेडक्वार्टर से होगा।
कोई भी स्टूडेंट कर सकती है अप्लाई
लाडली कॉप्स बनने के लिए कोई भी छात्रा आवेदन कर सकती है। वैसे लड़कियों के स्कूल और कालेजों से 100-100 की संख्या में सेलेक्शन होगा। इसके लिए उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। इन्हें खासकर शारीरिक मानसिक, कानूनी जानकारी दी जायेगी। इन कॉप्स का चयन फाउंडेशन की सेलेक्शन कमेटी करेगी।
सभी कॉलेजों में मिलेंगे फॉर्म
हर कालेज कैम्पस में लाडली कॉप्स का फॉर्म मिलेगा। कॉलेज कैम्पस में ही कोई भी लड़की अपनी समस्या बता सकती है। हर दिन की रिपोर्ट या कोई भी अन्य सहयोग के लिए लाडली कॉप्स के आफिस फ्रेजर रोड जगत ट्रेड सेन्टर और हेम प्लाजा बिल्डिंग में संपर्क किया जा सकता है।
ऑनलाइन भी कर सकती है कंप्लेन
किसी भी लाडली कॉप्स की जानकारी ऑन लाइन होगी। कॉप्स आपस में एक दूसरे से आईजी के जरिए गोपनीय सूचनाओं का भी आदान प्रदान कर सकती हैं। यही नहीं, शिकायत दर्ज करने के लिए वेबसाइड www.ladlicpos.com का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसे अलावा मिस्ड कॉल, एसएमएस, फोन कॉल, ईमेल, फैक्स, सोशल नेटवर्किंग साइट के माध्यम का भी यूज कर शिकायत दर्ज कर सकेगी।
एडमिनिस्ट्रेशन को समझ सकेंगी
इस संबंध में आईजी वीकर सेक्शन प्रीता वर्मा ने कहा कि लाडली कॉप्स बनाये जाने से कॉलेज की छात्रओं को अपनी सुरक्षा के प्रति विश्वास पैदा होगा, साथ ही वे ट्रेनिंग के बाद बिहार पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन को भी और भी बेहतर ढंग से समझ पाएंगी। इससे वुमेन फ्रेंडली माहौल बनेगा और महिला सुरक्षा को लेकर एक नया संदेश जाएगा।
एसपी कमजोर वर्ग के नेतृत्व में टीम
इसके लिए हेडक्वार्टर स्तर पर एक टीम बनी है। एसपी वीकर सेक्शन हरप्रीत कौर की अध्यक्षता में टीम का नेतृत्व डीएसपी कामिनी बाला करेगी इसके सहयोग में इंस्पेक्टर नीलम कुमारी महिला अपराध कोषांग, वीकर सेक्शन, एसआई धमेन्द्र कुमार, किशोर न्याय ईकाई वीकर सेक्शन को तैनात किया गया है।