पटना (ब्यूरो)। एनटीए की ओर से जेईई मेन का पहला सेशन जनवरी के अंत में शुरू होगा। पहला सेशन 24 जनवरी से लेकर एक फरवरी तक चलेगा। स्टूडेंट्स की तैयारियां अंतिम चरण में हंै। गणित विशेषज्ञ अविनाश कुमार मिश्रा के अनुसार जेईई के पहले सेशन में अच्छा स्कोर करने वालों को जेईई एडवांस्ड में अधिक फायदा मिलता है। साल 2019 से लेकर साल 2023 तक आयोजित जेईई मेन का पहला सेशन, दूसरे सेशन की तुलना में आसान ही रहा है.पिछले सालों की तुलना में साल 2024 में परीक्षा देने वाले कैंडिडेट्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वहीं जेईई मेन के सिलेबस में कटौती की गई है। सिलेबस कम करने की वजह से और परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण इस साल कॉम्पिटिशन मुश्किल होगा। पहली बार एनटीए ने जेईई मेन के परिणाम की तारीख भी घोषित कर दी है। ऐसे में छात्रों को यह पता होगा कि उन्हें जेईई एडवांस की तैयारी किस दिन से शुरू करनी है। एक्सपर्ट के अनुसार अब छात्रों को कुछ अधिक नया पढऩे की आवश्यकता नहीं है।
कैमिस्ट्री रहता है आसान
पिछले सालों के पेपर का एनालिसिस करने में सामने आया है कि अब तक मैथ्स के पेपर का स्तर सबसे आसान और फिजिक्स का स्तर मध्यम रहा है। ऐसे में जेईई मेन साल 2024 में भी मैथ्स का स्तर फिजिक्स और कैमिस्ट्री से मुश्किल रह सकता है।
मार्किंग पैटर्न को समझ कर पेपर दें स्टूडेंट्स
जेईई मेन की मार्किंग स्कीम के अनुसार ही छात्रों को पेपर सॉल्व करने की सलाह एक्सपर्ट ने दी है। मेन के कुछ सेक्शन में नेगेटिव मार्किंग होती है। ऐसे सवालों को हल करने में सावधानी बरतनी चाहिए। पेपर देने से पहले छात्रों को मार्किंग पैटर्न को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।
न्यूमेरिकल सवालों से एडवांस के लिए फायदा
पिछले कुछ सालों से जेईई मेन में न्यूमेरिकल वैल्यू बेस्ड सवालों को भी शामिल किया गया है। जो कि पहले एडवांस में आया करते थे। जेईई मेन में इन सवालों को हल करने से एडवांस की तैयारियों में भी छात्रों को फायदा मिलेगा।