पटना ब्‍यूरो। देश की प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड रविवार को संपन्न हुई। परीक्षा दो पारियों में सुबह 9 से 12 व दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक हुई। जेईई एक्सपर्ट ने बताया कि दोनों पेपर 180-180 अंक के रहे। यानी पूरा पेपर कुल 360 अंकों का रहा। विद्यार्थियों द्वारा मिले फीडबैक के अनुसार पेपर-1 और पेपर 2 का क्वेश्चन का लेवन डिफीकल्टी रहा, यानी दोनों पेपर कठिन रहे। हालांकि कुछ विद्यार्थियों को पेपर एक को सॉल्व करने में ज्यादा परेशानी हुई। विद्यार्थियों के अनुसार रसायन शास्त्र का पेपर संतुलित नहीं था। कार्बनिक रसायन शास्त्र कई प्रश्न पूछे गए, जो कि थोड़े मुश्किल थे। फिजिक्स में धारा के चुम्बकीय प्रभाव एवं मैकेनिक्स, उष्मागतिकी व मॉडर्न फिजिक्स से अधिक प्रश्न पूछे गए। ओवरऑल फिजिक्स का पेपर सामान्य रहा। मैथ्स का पेपर आसान से मध्यम स्तरीय रहा। मैथ्स में फंक्शन, लिमिट, डेफिनेट इंटीग्रेशन, मैट्रिक्स, प्रोबेबिलिटी, सांख्यिकी, पीएंडसी, कॉम्पलेक्स नंबर व थ्री डी ज्योमेट्री से प्रश्न पूछे गए।

प्रत्येक विषय से पूछे 17 प्रश्न
पेपर 2 में भी प्रत्येक विषय से 17 प्रश्न पूछे गए थे और पेपर एवरेज रहा। पेपर 1 की अपेक्षा पेपर 2 में गणित आसान रही एवं कैलकुलेशन भी आसान रही। फिजिक्स का पेपर भी आसान रहा। हालांकि कुछ प्रश्नों में कैलकुलेशन करने में विद्यार्थियों को मुश्किल आई। फिजीकल कैमिस्ट्री के सभी चैप्टर्स से प्रश्न पूछे गए थे एवं ये दोनों ही पेपर में आसान ही रही। सिर्फ रेडियोएक्टिविटी के एक प्रश्न में विद्यार्थियों को कुछ मुश्किल हुई। इसमें लॉग की आवश्यक वैल्यू नहीं दी गई थी। अकार्बनिक रसायन शास्त्र भी दोनों पेपर में मोडरेट लेवल की रही। इसमें कुछ रिएक्शन पुराने पेपर्स से भी पूछ गए थे। ब्लॉक कैमिस्ट्री से भी प्रश्न पूछे गए थे। कैमिकल बॉन्डिंग व कॉर्डिनेशन कैमिस्ट्री से भी दोनों पेपर में प्रश्न पूछे गए। साल्ट एनालिसिस से पैराग्राफ पूछा गया। दोनो ही पेपर में दशमलव वाले प्रश्न नहीं पूछे गए। परीक्षा का परिणाम 9 जून को जारी किया जाएगा।

मार्किंग स्कीम
पेपर-1
पूरा पेपर कुल 180 अंकों का था। कुल प्रश्नों की संख्या 51 रही। यानी तीनों विषयों फिजिक्स, कैमेस्ट्री व मैथेमेटिक्स में 17-17 प्रश्न विभाजित कर दिए गए थे। पेपर 1 में चार सिंगल करेक्ट पूछे गए थे। जिसमें सही जवाब देने पर तीन अंक एवं गलत जवाब देने पर माइनस एक अंक का प्रावधान था। तीन मल्टीपल करेक्ट प्रश्न आए। जिसमें सही जवाब देने पर चार अंक एवं गलत जवाब देने पर माइनस दो अंक का प्रावधान था। न्यूमेरिकल एवं इंटीजर टाइप के कुल छह प्रश्न आए। इसमें सही जवाब देने पर चार अंक मिलेंगे जबकि गलत जवाब देने पर माइनस मार्किंग नहीं थी। मैच द कॉलम के चार प्रश्न आए। जो कि एक तरह से सिंगल करेक्ट प्रश्नों की तरह होता है। इसमें सही जवाब देने पर विद्यार्थी को तीन अंक मिलेंगे जबकि गलत जवाब देने पर माइनस एक अंक का प्रावधान है।

पेपर-2
पेपर 2 भी कुल 180 अंकों का रहा एवं कुल 51 प्रश्न पूछे गए, जिन्हें 17-17 प्रश्नों के आधार पर तीनों विषयों में विभाजित किया गया था। इसमें चार सिंगल करेक्ट प्रश्न थे। सही जवाब पर तीन अंक एवं गलत पर माइनस एक अंक का प्रावधान था। तीन मल्टी करेक्ट प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें सही आंसर पर चार अंक एवं गलत आंसर पर माइनस दो अंक का प्रावधान था। दो पैराग्राफ भी आए थे एवं प्रत्येक पैराग्राफ से दो-दो प्रश्न पूछे गए। सही आंसर पर तीन अंक मिलेंगे जबकि गलत आंसर पर माइनस मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था। इसी प्रकार छह नॉन नेगेटिव इंटीजर टाइप प्रश्न पूछे गए थे। जिसमें सही आंसर पर चार अंक मिलेंगे जबकि गलत आंसर पर माइनस मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं था।

सेंटर पर न एसी न फैन, हंगामा
पटना के कंकड़बाग मेन रोड में सिटी क्रेज परीक्षा सेंटर पर परीक्षार्थियों व अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। एक अभ्यर्थी के पैरेंट्स ने बताया कि सेंटर पर एसी, फैन, कूलर किसी भी चीज की व्यवस्था नहीं थी। इससे परीक्षार्थी काफी नाराज हो गये। पहली पाली की परीक्षा देते-देते स्टूडेंट्स परेशान हो गए। पूरी तरह से पसीने से भीग गये। अभिभावकों का कहना है कि इसकी वजह से विद्यार्थी मानसिक रूप से परेशान रहे। केंद्र पर एसी, फैन न होने की वजह से वह गर्मी से बेहाल रहे। उन्हें आशंका है कि इसका असर विद्यार्थियों के प्रदर्शन पर पड़ा है। सुबह नौ बजे से 12 बजे तक पहली पाली और दोपहर ढ़ाई बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दूसरी पाली की परीक्षा थी। विद्यार्थी निर्धारित समय सुबह सात बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंच गये थे और साढ़े आठ बजे केंद्र पर प्रवेश बंद कर दिया गया था। अभिभावकों का कहना है कि जब विद्यार्थी केंद्र पर पहुंचे तो वहां पर की व्यवस्था देख कर दंग रह गये। अभिभावकों के अनुसार केंद्र पर सुनने वाला कोई नहीं था।

सुबह से ही सेंटर पर काफी भीड़
टेस्ट देने के लिए एग्जाम सेंटर पर सुबह छह बजे से ही स्टूडेंट्स और पैरेंट्स की भीड़ लगनी शुरू हो गयी थी। आइआइटी मद्रास की तरफ से परीक्षार्थियों को तय शेड्यूल से करीब ढ़ाई घंटे पहले ही आने का निर्देश दिया गया था। शहर के तमाम एग्जाम सेंटर पर शेड्यूल के अनुसार लोग पहुंचने लगे थे। परीक्षार्थियों के साथ ही इनके अभिभावक भी एग्जाम को लेकर तनाव में दिखे। इसके साथ ही हर सेंटर पर प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज और इंस्टीट्यूट के लोग अपना कैंप भी लगा कर प्रचार-प्रसार भी कर रहे थे।