पटना ब्‍यूरो। गंगा नदी किनारे स्थित पाटलिपुत्रा अंचल अंतर्गत कलेक्ट्रेट घाट, एनसीसी अंचल के अंटा घाट, बीएन कॉलेजिएट घाट, महेन्द्रू घाट, बांकीपुर अंचल के अदालत गंज घाट, जजेज घाट व टीएन बनर्जी घाट पर छठ पूजा के दौरान भगवान सूर्य को अघ्र्य देना तो दूर की बात है गंगा तक पहुंचना भी आसान नहीं है। घाट से लगभग एक किमी दूर गंगा चली गई है। घाट और गंगा के बीच में दलदल है। दलदल हटाने के लिए नगर निगम की ओर से लगाई गई जेसीबी मशीन की हाइड्रोलिक भी कई दफा खराब हो चुकी है। हालांकि पटना जिला प्रशासन लगातार रास्ते निर्माण के लिए प्रयास कर रहा है। मगर गंगा तक पहुंच पथ का निर्माण बेहद चुनौती भरा हो गया है। क्योंकि काम शुरू होने के बाद भी इस क्षेत्र से अभी तक बाढ़ के दौरान आया पानी पूरी तरह नहीं निकला है। घाट तक जाने के रास्ते की जमीन का लेवल भी बराबर नहीं है। कहीं गड्ढा तो कहीं उड्ढ़ा है। ऐसे में इसका समतलीकरण भी चुनौती पूर्ण कार्य है। सोमवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शहर के विभिन्न घाटों की पड़ताल की। जहां कई कमियां दिखीं।

पंप लगाकर निकाल रहे पानी
कलेक्ट्रेट घाट, अंटा घाट, अदालत गंज घाट से गंगा तक पहुंचने के लिए पटना नगर निगम की ओर से पिछले पांच दिनों से लगातार काम चल रहा है। कीचड़ के पानी को निकालने के लिए दो पंपिंग सेट लगातार चल रहा है। अभी घाट के आसपास के इलाकों में ही समतलीकरण कार्य हो पाया है। घाट पर काम कर रहे टेक्निकल टीम के कर्मचारियों ने बताया कि जब तक दलदल का पानी नहीं निकलेगा, रास्ते निमार्ण नहीं हो पाएगा। कर्मचारियों ने बताया कि निर्माणाधिन रास्ते में ट्रैक्टर से झाड़-झंखार को उखाडऩे और जेसीबी से भूमि के समतलीकरण का काम शुरू हो गया है। समतलीकरण के बाद भी नयी मिट्टी व घाट किनारे के क्षेत्रो में फैले बालू को बैठाने के लिए तीन-चार दिनों तक इस पर पानी डालना होगा।

महेन्द्रू घाट के आसपास गंदगी का अंबार
छठ घाट की पड़ताल के दौरान दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम अंटा घाट से अदालत गंज घाट तक पहुंची। इस दौरान सभी घाटों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ था। महेन्द्रू घाट और बीएन कॉलेजिएट घाट पर सीढिय़ों पर गंगा का कीचड़ भरा था। जबकि इसे हटाने के लिए पिछले सप्ताह ही डीएम डॉ। चन्द्रशेखर सिंह निर्देश दे चुके हैं। वहां काम करने वाले सुपरवाइजर श्रवण कुमार ने बताया कि इस बार बाढ़ के कारण कीचड़ बहुत ज्यादा है आया है। कीचड़ को हटाने के लिए पटना नगर निगम की टीम लगातार काम कर रही है। तीन से चार दिनों में पूरी साफ-सफाई हो जाएगी। उन्होंने बताया कि महेन्द्रू घाट से गंगा तक जाने एवं रास्ता निर्माण के लिए भूमि का समतलीकरण होगा और गड्ढ़े को भरे जाएंगे।



गंगा घाटों पर पहुंचने के लिए सम्पर्क पथ व साफ-सफाई का कार्य कराया जा रहा है। नगर निगम की टीम लगातार कार्य कर रही है। समय पर कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
- राजन सिन्हा, अपर नगर आयुक्त, पटना नगर निगम
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कलेक्ट्रेट घाट से गंगा एक किलोमीटर दूर चली गई है। ये कोई पहली बार नहीं है। हर साल छठ के दौरान गंगा दूर चली जाती है। गंगा तक पहुंचने के लिए एप्रोच पथ का निर्माण चल रहा है।
- देवी लाल राय, पब्लिक

गंगा तक पहुंचने के लिए सम्पर्क पथ बनाए जा रहे हैं। इस बार गंगा में गाद अधिक आया है इसलिए समय लग रहा है। मगर व्रतियों को पहुंचने के लिए गंगा मईया रास्ता बनवा देगी।
- पूनम देवी, पब्लिक

हमलोग हर साल अंटा घाट पर ही छठ पूजा करते हैं। चुकी गंगा एक किलोमीटर दूर चली गई है इसलिए अघ्र्य देने में परेशानी होगी। व्रतियों को पहुंचने में दिक्कत न हो इसलिए रास्ते बनाए जा रहे हैं।
-सुधा कुमारी, पब्लिक

समय पर रास्ते का निर्माण हो जाए तो बेहतर होगा। स्थिति को देखकर नहीं लगा रहा है रास्ता सूख पाएगा। चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ है।
-धानू देवी, पब्लिक

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अंचलवार छठ घाटों की संख्या
अंचल गंगा घाट तालाब पार्क
बांकीपुर 20 11 31
नूतन राजधानी 4 18 19
पाटलिपुत्र 29 33 62
अजीमाबाद 30 1 31
पटना सिटी 25 0 25
कंकड़बाग अभी निर्धारित नहीं 0 2