पटना ब्‍यूरो। एक जमाना था जब फोटोग्राफी अमीरों का शौक हुआ करता था या यूं कहें कि चंद लोगों के लिए रोजी - रोटी था। मगर जैसे - जैसे वक्त बदलता गया, लोगों का इसके प्रति नजरिया भी बदलता गया। बदलते जमाने के साथ फोटोग्राफी आसान और सस्ता होता गया जहां अब हर कोई इसे मनोरंजन और विकल्प के रूप में देखने लगा है। सोशल मीडिया के दौर में अब फोटोग्राफी रोजगार का भी माध्यम बन गया है। ये बात सोमवार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में फोटो एक्सपर्ट नीरज कुमार ने कही। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी एक अच्छा विकल्प है। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफी में भी कई तरह के फोटोग्राफी हैं जैसे वेडिंग, वाइल्ड लाइफ, मीडिया, फि़ल्म, एंटरटेनमेंट आदि शामिल हैं जिनमें लोग महीने का लाखों रुपये तक कमा सकते हैं। फोटोग्राफी सीखने में लगने वाला औसत समय के बारे में नीरज ने बताया कि हर व्यक्ति के सीखने की गति अलग-अलग होती है। कुछ लोग 6 महीने में ही सीख लेते हैं, लेकिन ज़्यादातर लोगों को कुशल बनने में 2 या 3 साल लग जाते हैं। नीरज वर्ष 2007 में उन्होंने अपनी खुद की कंपनी एन के स्टूडियो खोली और धीरे - धीरे वो आगे बढ़ते चले गए। अब बिहार ही नहीं बल्कि पूरे भारत में फोटोग्राफी के क्षेत्र में उभरते हुए चेहरे के रूप में नजर आ रहे हैं।