पटना(ब्यूरो)। अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के प्रमुख मंच ग्रुप आफ ट््वेंटी के तहत पटना में हुए श्रम भागीदारी समूह एल-20 के सम्मेलन में भाग लेने आए 23 देशों के 120 विदेशी मेहमान शुक्रवार की सुबह सात बजे विश्व में दूसरे बड़े तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब पहुंचे। उन्होंने दरबार साहिब में मत्था टेका। यहां कुछ देर बैठ कर सभी ने शबद कीर्तन सुना। जन्मस्थल की परिक्रमा की। अमृत जल ग्रहण किया। इन्हें जत्थेदार ज्ञानी बलदेव ङ्क्षसह ने सिरोपा देकर सम्मानित किया। अर्जेंटीना, बांग्लादेश, ब्राजील, बुल्गारिया, जर्मनी, मयमार, इंडोनेशिया, इटली, मालद्वीप, मारीशस, मैक्सिको, नेपाल, रशिया, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, यूएसए, मिस्र, नीदरलैंड आदि देशों के महिला-पुरुष प्रतिनिधियों के साथ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जगजोत ङ्क्षसह सोही व अन्य पदाधिकारियों ने सभागार में बैठक कर उन्हें तख्त साहिब के महत्व से अवगत कराया।
प्रतीक चिह्न देकर किया सम्मानित
सभी को कमेटी की ओर से प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर एल-20 के अध्यक्ष हिरेन पांडे ने गुरु गोङ्क्षवद ङ्क्षसह महाराज के जन्मस्थल, कंगन घाट, बाल लीला गुरुद्वारा, गुरु का बाग, गायघाट गुरुद्वारा के बारे में जानकारी दी। गुरुद्वारा दर्शन के दौरान विदेशी मेहमानों ने तख्त साहिब को कैमरे में कैद किया। सेल्फी ली तथा परिसर में ग्रुप फोटा ङ्क्षखचवाई। सभी ने कहा कि अद्भुत है यह पवित्र स्थल। इस दौरान अनुमंडलाधिकारी गुंजन ङ्क्षसह और एएसपी सारथ आरएच की मौजूदगी में सुरक्षा व्यवस्था सख्त थी। सुबह में करीब दो घंटों के लिए अशोक राजपथ पर वाहनों का परिचालन रोका गया।