PATNA: बिहार की राजधानी पटना में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखधंधा चल रहा है। यहां 5 से 6 लाख रुपए में रेलवे से लेकर सचिवालय तक नौकरी दिलाने का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। आए दिन शहर में नौकरी के नाम पर लोगों के ठगे जाने के मामले प्रकाश में आते हैं। लेकिन यह ठगी का धंधा कम होने के बजाय दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिला प्रशासन से लेकर पुलिस का आला अमला भी अब तक इस कारोबार को रोकने में नाकाम रहा है।
आधा पैसा पहले कराते हैं जमा
बताया जाता है कि नौकरी दिलाने का धंधा करने वाले लोग बहुत शातिर तरीके से बेरोजगारों को हैंडिल करते हैं। लोगों को ऐसा लगेगा ही नहीं कि ये ठग सफेद झूठ बोल रहे हैं। ठगों की मीठी-मीठी बातों में फंसकर बेरोजगार युवा अपनी पूंजी गंवा बैठते हैं। बताया यह भी जाता है कि गैंग के लोग पहले आधा पैसा जमा करा लेते हैं। इसके बाद ज्वाइनिंग लेटर देने की बात कहकर पूरा पैसा वसूलते हैं। यहीं नहीं ये लोग ज्वाइनिंग लेटर तैयार करके लोगों को थमा भी देते है। इसके बाद जब बेरोजगार युवा संबंधित ऑफिस ज्वाइनिंग करने पहुंचता है, तो उसे पता चलता है कि ठगी का शिकार हो गया है।
मीठापुर से चल रहा रैकेट
पीडि़त लोगों की मानें तो अमित एक बड़ा जालसाज है। वह शहर में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने का काम लंबे समय से कर रहा है। इसके लिए उसने बकायदा एक रैकेट बना रखा है। जो बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का काम करता है। इसका जाल पूरे शहर में फैला हुआ है। लोगों का यह भी अमित हाजीपुर का रहने वाला है। वह पटना शहर में बीते कई वर्षो से रह रहा है। बताया जा रहा है कि इस समय अमित मीठापुर के दलदली क्षेत्र से अपने गैंग के द्वारा बेरोजगारों को ठगने का काम कर रहा है।
एसएसपी से लगाई गुहार
ठगी का शिकार हुए लोगों ने एसएसपी मनु महाराज को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। लोगों का कहना है कि अमित कुमार यादव ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर सैकड़ों गरीब बेरोजगार को ठगा है। पीडि़त लोगों ने बताया कि नौकरी पाने के अपने घर के जेवर तक बेच डाले थे। कई लोग तो अब मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं।
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