पटना ब्यूरो। पटना में लगातार बढ़ रही गर्मी के बीच अगर आप पटना जंक्शन से यात्रा करने की सोच रहे हैं तो यात्रा से पूर्व घर से निकलते वक्त स्वच्छ पानी साथ में लेकर चलें। क्योंकि पटना जंक्शन के सभी प्लेटफॉर्म पर लगे वाटर कूलिंग मशीन काम नहीं कर रही है। किसी मशीन से पानी कम निकल रहा है तो किसी का नल खराब है तो किसी प्लेटफॉर्म पर वाटर कूलिंग मशीन एकदम काम नहीं कर रहा है। रेल महकमा के स्टेशनों पर सुविधा बढ़ाने की दिशा में की जा रही पहल गर्मी शुरू होते ही फेल हो गई है। वाटर कूलर खराब होने की शिकायत दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास पिछले कई दिनों से आ रही थी। पड़ताल करने के लिए हमारी टीम जंक्शन पर जाकर मुआयना किया तो सामने आया सच पढि़ए रिपोर्ट
प्लेटफॉर्म नंबर एक : दोपहर 1 बजे
पैसा देकर पानी खरीदना मजबूरी
पटना जंक्शन पर यात्री अपनी प्यास बुझ सकें, इसके लिए प्लेटफॉर्म नंबर एक से लेकर प्लेटफॉर्म नंबर 10 पर वाटर कूलिंग मशीन लगाई गई थी। प्लेटफॉर्म नंबर एक के जीआरपी थाने के पास लगे वाटर कूलिंग मशीन बेपानी हो गई है। जबकि इस प्लेटफॉर्म से तेजस सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनें गुजरती है। बावजूद रेलवे प्रशासन वाटर कूलिंग मशीन को ठीक कराना उचित नहीं समझ रहा है।
प्लेटफॉर्म नंबर चार और पांच : दोपहर 1.15 बजे
बूंद-बूंद निकल रहा है पानी
प्लेटफॉर्म नंबर चार और पांच जहां से सम्पूर्ण क्रांति जैसे महत्वपूर्ण ट्रेनें गुजरती हैं। इस प्लेटफॉर्म पर गर्मी शुरू होते ही वाटर कूलिंग मशीन काम करना बंद कर देती है। ठंडा पानी तो दूर की बता है, प्लेटफॉर्म पर लगे वाटर कूलिंग मशीन से पर्याप्त मात्रा में पानी भी नहीं निकल रहा था। कूलिंग मशीन में दो नल लगे हैं, एक नल पूरी तरह से काम नहीं कर है। दूसरे नल में बूंद-बूंद पानी निकल रहा था। मुजफ्फरपुर जाने वाले यात्री अशोक ने बताया कि कैश खत्म हो गया गूगल पे काम नहीं कर रहा है। ऐसे में वाटर कूलिंग मशीन के खराब होने से पानी के लिए गला सूख रहा है। मगर स्वच्छ पानी नहीं मिला रह है। जहां टंकी के पानी सप्लाई होती है, वहां गंदगी का अंबार लगा है। वहां का पानी पीना संभव नहीं है।
प्लेटफॉर्म नंबर 6 : दोपहर 1.15 बजे
नए पुराने दोनों मशीन हैं खराब
पानी की पड़ताल के लिए इसके बाद हमारी टीम पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर पहुंची। वहां नए पुरानी दोनों ही वाटर कूलिंग मशीन लगे हुए हैं। मगर, काम कोई नहीं कर रही। जिस वजह से यात्रियों को पीने का पानी खरीदकर पीना मजबूरी हो गई है। यात्री अर्जुन ने बताया कि पटना जंक्शन के सभी प्लेटफॉर्म का यही हाल है। वाटर कूलिंग मशीन तो लगी है, मगर काम नहीं करती। जिस वजह से पानी खरीदकर पीना यात्रियों की मजबूरी हो गई है। इतना ही नहीं उमस भरी गर्मी में ट्रेन पकडऩे के लिए आने वाले यात्रियों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। यात्री प्यास से सूख रही हलक को बोतलबंद पानी खरीद कर बुझाने को मजबूर हैं। पानी की समस्या के साथ ही स्टेशन पर हर तरफ दिख रही गंदगी भी यात्रियों की परेशानी बढ़ा रही है।
प्रतिदिन तीन से चार लाख यात्रियों का है फुटफॉल
पटना जंक्शन पर प्रतिदिन तीन से चार लाख यात्रियों का फुटफॉल है। बावजूद जंक्शन परिसर में स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। यात्रियों ने बताया कि ठंड के मौसम में वाटर कूलर काम करती थी, मगर गर्मी शुरू होते ही वाटर कूलर काम करना बंद कर देती है।
पटना जंक्शन एक नजर में
- 150 ट्रेनों का होता है प्रतिदिन आवागमन
- तीन से चार लाख यात्रियों का होता है फुटफॉल
- सभी प्लेटफॉर्म पर लगी हैं वाटर कूलर मशीनें
- किसी में नल खराब तो किसी से पानी है गायब
- बोतल बंद पानी खरीदने को यात्री हैं मजबूर
पटना जंक्शन पर यात्री सुविधा बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है। कुछ वाटर कूलिंग मशीनें खराब हैं। मरम्मत के लिए बोला गया है। जल्द ही सही करा लिया जाएगा।
- अरुण कुमार, स्टेशन डायरेक्टर, पटना जंक्शन
रेलवे प्रशासन दे ध्यान
पटना जंक्शन पर कोई पहली बार नहीं, जब भी आता हूं वाटर कूलिंग मशीन खराब मिलती है। रेलवे को तत्काल सही कराना चाहिए।
- जय प्रकाश, यात्री
नई मशीन होने के बाद भी खराब होना दुर्भाग्य की बात है। रेलवे मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दे रही है, जिसका खामियाजा यात्री भुगतते हैं।
- प्रकाश कुमार, यात्री
वाटर कूलिंग मशीन खराब होने की वजह से बोतल बंद पानी खरीदना मजबूरी हो गई है। गूगल पे काम नहीं कर रहा है, ऐसे में पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है।
-अनिल विश्वकर्मा, यात्री
तेज गर्मी होने के बाद पीने के लिए पानी उपलब्ध न होना दुर्भाग्य की बात है। टंकी के पानी बहुत गरम हो जाते हैं। ये पीने लायक नहीं है, उपर से जहां नल लगा है वहां गंदगी बहुत है।
- हरिमोहन, यात्री