- बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने की वोटर लिस्ट जारी करने की मांग
- चुनाव पयर्वेक्षक को लिखा लेटर, चुनाव में धांधली की आशंका
PATNA: बिहार में क्रिकेट की दशा बहुत पहले बिगड़ चुकी है और अब एसोसिएशन का चुनाव भी एक छलावा साबित होने के आसार हैं। कारण है कि इस बार वोट करने वाले कितने लोग होंगे और कौन होंगे, इसकी जानकारी अब तक नहीं है। जानकारी हो कि 23 सितंबर को ही वोटिंग और वोट काउंटिंग होनी है। यह हाल तब है, जब इसकी जिम्मेवारी निवार्चन पदाधिकारी और चुनाव पयर्वेक्षक पूर्व जज से कराना तय किया गया है। इस संबंध में पूर्व जज धर्मपाल सिन्हा पयर्वेक्षक के तौर पर हैं और उन्हें वोटर का नाम प्रकाशित करने का आग्रह किया गया है। यह कहना है बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के वर्तमान सेक्रेटरी अजय नारायण शर्मा का।
चुनाव बन गई है मुसीबत
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सेक्रेटरी अजय नारायण शर्मा का कहना है कि यह चुनाव ही गलत हो रहा है। जब वोटिंग के दिन से पहले यह तय ही न हो कि वोट कौन और कितने लोग डालेंगे, तो यह चुनाव ही गलत कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव ट्रांसपैरेंट तरीके से कराए जाने को लेकर लम्बी लड़ाई लड़ी। सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया। इसके बाद पूर्व न्यायाधीश के बतौर पयर्वेक्षक घोषित होने से उम्मीद जगी कि अब सबकुछ ठीक से हो जाएगा। अफसोस है कि इसके बावजूद यह मल्टी कॉर्नर प्रॉब्लम बनती दिख रही है।
लिस्ट जारी की गई थी, पर अब नहीं
इस बार की चुनाव से पहले के चुनाव में वोटिंग डेट से 21 दिन पहले ही वोटर लिस्ट के बारे में जानकारी प्रकाशित कर दी गई थी, लेकिन इस बार इसे पूरी तरह से इग्नोर कर दिया गया है। अंतिम बार चुनाव को लेकर विवाद भी नहीं हुआ था। अजय नारायण शर्मा का कहना है कि अगर चुनाव से पहले वोटर की लिस्ट नहीं भेजी जाती है, तो ट्रांसपैरेंट तरीके से चुनाव की कल्पना नहीं की जा सकती है। जानकारी हो कि जो एसोसिएशन के मेंबर नहीं हैं, वे चुनाव में किसी भी प्रकार से शामिल नहीं हो सकते हैं, तो वोट देना तो दूर की बात है।
केस की डेट बढ़ा दी गई
इस चुनाव का खर्च बीसीसीआई के जिम्मे दी गई थी, लेकिन इसे लेकर बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट में एक मामला दायर किया था जिसमें चुनाव का खर्च देने में असमर्थतता जतायी। इस मामले पर सुनवाई 22 सितंबर को होना था, अब डेट बढ़ाकर 29 सितंबर कर दी गई है, यानी तब तक चुनाव हो जाएगा और रिजल्ट भी घोषित हो चुका होगा। इसे लेकर किक्रेट से जुड़े लोगों में मायूसी का माहौल है। बिहार क्रिकेट बचाओ संघर्ष समिति के संस्थापक सदस्य आशीष सिन्हा ने कहा कि लिस्ट प्रकाशित हो तो इससे चुनाव को लेकर कोई संशय नहीं रहेगा।
Highlights
- जो एसोसिएशन का मेंबर नहीं तो वोट नहीं दे सकता है।
- पिछली बार वोटिंग से ख्क् दिन पहले वोटर लिस्ट पहले जारी किया गया था, पर अब तक कुछ पता नहीं।
- बीसीसीआई का केस की डेट बढ़ाकर ख्9 सितंबर किया गया।
- सेक्रेटरी सहित क्8 पदों पर होनी है वोटिंग।
- बिहार क्रिकेट एसोसिएशन लगातार कर रहा है वोटर लिस्ट जारी करने की मांग।