पटना ब्‍यूरो। सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने बुधवार को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पुस्तकालय में नव-निर्मित डा दीनानाथ शरण स्मृति-कक्ष का लोकार्पण किया। डा शरण की जयंती पर आयोजित इस समारोह में प्रसाद ने सुख्यात कवि शुभचंद्र सिन्हा को इस वर्ष का डा दीनानाथ स्मृति सम्मान से विभूषित किया। इस वर्ष का शैलजा माला स्मृति सम्मान विदुषी कवयित्री यशोदा शर्मा को दिया गया। सम्मान स्वरूप अंग-वस्त्रम और प्रशस्ति-पत्र के साथ सिन्हा को 11000 रुपए व शर्मा को पांच हज़ार रुपए की सम्मान-राशि भी दी गयी।

इस अवसर पर पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह कॉलेज में प्राध्यापक रहे शरण अपनी महान हिन्दी सेवा के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने एक तपस्वी की तरह हिन्दी की सेवा की। उनकी मूल्यवान हिन्दी सेवाओं के लिए साहित्य सम्मेलन ने अपने पुस्तकालय में एक कक्ष अर्पित कर उनको उचित ही सम्मान दिया है।

साहित्य और पत्रकारिता की एकांतिक सेवा करते रहे
अपने अध्यक्षीय संबोधन में सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि डा शरण हिन्दी के कुछ उन थोड़े से मनीषी साहित्यकारों में थे, जो यश की कामना से दूर, जीवन पर्यन्त साहित्य और पत्रकारिता की एकांतिक सेवा करते रहे। वे मनुष्यता और जीवन-मूल्यों के कवि और विद्वान समालोचक थे। एक सजग कवि के रूप में उन्होंने पीडि़तों को स्वर दिए तथा शोषण तथा पाखंड के विरुद्ध कविता को हथियार बनाया। दूरदर्शन, बिहार के कार्यक्रम प्रमुख डा राज कुमार नाहर, सम्मेलन के उपाध्यक्ष डा शंकर प्रसाद, डा मधु वर्मा, डा ध्रुव कुमार, विभारानी श्रीवास्तव, डा शरण के परिजन प्रमोद कुमार सिन्हा और सुषमा वर्मा आदि ने भी अपनी बातें रखीं।