सिपारा पुल के पास मिली डेडबॉडी
ठग अब देश-विदेश में नौकरी के अलावा सारे कांपटीटिव एग्जाम्स में पास कराने का ठेका भी लेने लगे हैं। नौकरी व अच्छे इंस्टीच्यूशन में एडमिशन के नाम पर लाखों का खेल खेलने वालों का सेन्टर बन गया है पटना। इसी नेटवर्क में फंस चुके राजस्थान के राजबीर सिंह (45) को मौत मिली। उन्होंने बेटे और भतीजे की जॉब के लिए इंग्लैंड भेजने की चाहत में हाजीपुर के किसी अनवर नामक व्यक्ति को 16.50 लाख रुपए दिए थे। पर, न उनका बच्चा इंग्लैंड जा सका और न ही रुपए ही वापस मिले। मिली तो बालू में धंसी हुई राजबीर की लाश। घरवालों को आरोप है कि उसकी हत्या अनवर के इशारे पर की गई है, जो पहले से ही धमकी दे रहा था। शनिवार को डेड बॉडी की पहचान उस होटल के मालिक उमेश कुमार ने की, जहां राजबीर पिछले दो महीने से रह रहे थे।

इंग्लैंड भेजने के लिए दिया था रुपया
राजबीर सिंह राजस्थान के झुंझुनूं डिस्ट्रिक्ट के बैगड़ थाना के इकताउरपुर गांव का रहने वाला था। भंवरवासी पंचायत के पूर्व सरपंच राजबीर की मौत की खबर मिलते ही उसके भाई महेन्द्र सिंह और चाचा सोहन सिंह आनन-फानन में फ्लाइट से पटना पहुंचे। इन लोगों को प्रिंस गेस्ट हाऊस के मालिक ने खबर दी थी। राजबीर मीठापुर बस स्टैंड के समीप प्रिंस होटल में 6 अक्टूबर से रह रहे थे। राजबीर के भाई महेन्द्र सिंह ने बताया कि राजबीर ने अपने बेटे कमल सिंह और भतीजा अशोक सिंह को इंग्लैंड भेजने के लिए अनवर नामक आदमी को साढ़े सोलह लाख रुपए दिया था, प एक साल से वह रुपए नहीं लौटा रहा था.

राजस्थान में हुई थी अनवर से भेंट
राजबीर के घरवालों ने आरोप लगाया है कि उसे मारा गया है। राजबीर के भाई ने बताया कि अनवर राजस्थान जाता था, वहीं उससे राजबीर की पहचान हुई। दिल्ली में भी अनवर से भेंट हुई थी। वह लोगों को इटली, इंग्लैंड सहित कई देशों में भेजने का काम करता है। कुछ समय पहले ही इटली से लौटे राजबीर के चाचा सोहन सिंह ने बताया कि उन्होंने भी फोन पर अनवर से रुपए लौटाने को कहा था। उधर, मृतक का पोस्टमार्टम पीएमसीएच में करवाया गया। पीएमसीएच में पीरबहोर थाना के ऑफिसर को इसकी इंफार्मेशन दे दी गई। यहां ही राजबीर के चाचा का बयान लिया गया। इससे पहले जक्कनपुर थाने में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा। वैसे सोहन सिंह ने आशंका जताई कि कुछ लोगों ने बालू में मुंह दबाकर हत्या कर दी। उसके शरीर पर चोट नहीं है, सिर्फ मुंह और अगले हिस्से में बालू घुसा हुआ है.

कबूतरबाजी का अड्डा तो नहीं?
राजबीर के घरवालों ने अनवर के बारे में जो बताया वह चौंकाने वाला है। बिहार के लड़कों को ही नहीं, वह दूसरे स्टेट के लोगों को भी विदेश भेजने का धंधा करता था। वैसे इसकी जांच तो पुलिस को करनी है, पर ऐसे एक नहीं कई मामले आये हैं, जिसमें विदेश भेजने के नाम पर रुपयों की वसूली की गई है। कई बार तो रुपए फंस गए या फिर लड़कों का पता नहीं चला, तब जाकर मामला पुलिस के सामने आया। पटना ही नहीं, पूरे स्टेट में कबूतरबाजी से जुड़े कई मामले सामने आए हैं.

Highlights
6 अक्टूबर : अनवर से मिलने राजबीर सिंह पटना आया.
7 दिसम्बर  : प्रिंस गेस्ट हाऊस से सुबह में निकले, पर रात आठ बजे तक नहीं लौटे। रात में ही गेस्ट हाऊस के मालिक ने उनकी पत्नी को फोन किया.
8 दिसम्बर : सिपारा पुल के नीचे एक लाश मिलने की खबर आई।
9 दिसम्बर : राजबीर की पहचान हुई और घरवाले पटना पहुंचे.