पटना ब्यूरो। पटना में मॉनसून की बारिश के साथ ही डेंगू ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। पिछले पांच वर्षों में पाटलिपुत्रा से लेकर पटना सिटी व दानापुर से लेकर मनेर तक डेंगू का प्रकोप अधिक देखा गया था। साल 2023 में नूतन राजधानी अंचल के गर्दनीबाग, यारपुर, अनीसाबाद, पुलिस लाइन, हाई कोर्ट, पाटलिपुत्रा अंचल के राजापुर पुल, बुद्धा कॉलोनी, राजीव नगर, लोदीपुर, गोलघर अदालतगंज, कंकड़बाग अंचल के भूतनाथ रोड, मुन्नाचक, पटना सिटी के गायघाट सहित कई इलाकों में डेंगू कहर बनकर टूटा था। इसकी चपेट में आने से 19 की मौत हो गई थी। वर्ष 2023 में पाटलिपुत्रा से दानापुर तक शायद ही कोई मोहल्ला था, जो डेंगू के प्रकोप से बचा था। साल 2024 में भी हालात बहुत नहीं बदले हैं। अब तक 30 से अधिक हॉट स्पॉट मिल चुके हैं, जहां डेंगू का लार्वा मिला है। पढि़ए रिपोर्ट
2023 में 19 लोगों की हुई मौत
साल 2023 में डेंगू का प्रकोप सबसे अधिक पाटलिपुत्रा अंचल के इलाकों में देखने को मिला था। राजापुर पुल, बुद्धा कॉलोनी, राजीव नगर, लोदीपुर, गोलघर, अदालतगंज सहित अन्य इलाकों को मिलाकर 2523 पेशेंट डेंगू पॉजिटिव मिले थे। अगर पटना शहर की बात करें तो 14 हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में आए थे जिसमें 19 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिए था। साल 2022 भी बिहार डेंगू प्रभावित राज्य था। वर्ष 2022 में कुल 13972 लोग डेंगू की चपेट में आए थे। जिनमें से 32 की मौत हो गई थी। अकेले पटना में 15 मौत के साथ 9256 मामले दर्ज किए गए थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार साल 2018 के बाद 2022 में डेंगू पॉजिटिव के इतने सामने आए थे।
पटना के विभिन्न अंचलों में 2023 में मिले डेंगू पेशेंट
पाटलिपुत्रा : 2523
बांकीपुर : 998
नूतन राजधानी : 833
अजीमाबाद : 411
कंकड़बाग : 363
पटना सिटी : 98
पटना में डेंगू पॉजिटिव से मौतें
साल 2023 : 19
साल 2022 : 15
जलजमाव की वजह से पनपा था डेंगू का लार्वा
डॉक्टरों ने बताया कि डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है। पिछले वर्ष बांकीपुर, पाटलिपुत्रा और कंकड़बाग अंचल के दो दर्जन से ज्यादा मोहल्लों में डेंगू के हॉट बन गए थे। इन इलाकों में जांच के दौरान जगह-जगह डेंगू के लार्वा पाए गए थे। शहर का बाजार समिति इलाका जहां पिछले साल डेंगू की वजह से एक स्टूडेंट की मौत हो गई थी, इस वर्ष भी बारिश के बाद जलजमाव का स्थिति बन गई है। स्थानीय निवासी चन्द्रमोहन ने बताया कि बाजार समिति के आसपास के कई मोहल्लों में पानी जमा गया है। इससे मच्छरों का प्रकोप अचानक बढ़ा है।
खाली प्लाट में जमे पानी में पनप सकता है लार्वा
बारिश ने पटनावासियों को गर्मी से तो राहत दिलाई है लेकिन डेंगू का डर एक बार फिर सताने लगा है। पिछले साल कई खाली प्लॉट में जहां जलजमाव हो गया था वहां डेंगू के लार्वा पाए गए थे। इस साल भी शहर के कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां खाली प्लाटों में बारिश का पानी जमा है। पी एडं एम मॉल के पास खाली प्लॉट में बारिश का पानी भरा है, इसी तरह राजीव नगर में कई इलाके ऐसे हैं जहां खाली प्लॉट में पानी भरा है। मगर प्लॉट मालिक जल निकासी को लेकर कोई निदान नहीं निकाल रहे हैं। ऐसे में आम पब्लिक को डेंगू पनपने का डर सता रहा है। पिछले साल डेंगू की चपेट में आए अनुज कुमार ने बताया कि पाटलिपुत्रा कॉलोनी में जलजमाव होना आम बात है। निगम की ओर से पानी निकालने की व्यवस्था की गई है। मगर वह नाकाफी है, ऐसे में अगर डेंगू का लार्वा पनपा तो इलाका एक बार फिर हॉट स्पॉट बन सकता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मच्छरों को नियंत्रित करने में नगर निगम और सिविल सर्जन कार्यालय स्तर पर कार्य हो रहा है लेकिन जितना होना चाहिए उतना नहीं हो रहा है। थोड़ी सी लापरवाही एक बार फिर भारी पड़ सकती है।
डेंगू वैक्सीन का जल्द होगा ट्रायल
पटना सहित पूरे देश में डेंगू के कहर को रोकने के लिए वैक्सीन बनाया गया है। जिसे लेने के बाद डेंगू से बचाव संभव होगा। सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की निगरानी में देश का पहला डेंगू का टीका विकसित किया गया है। पटना में इसका ट्रायल होना बाकी है।
वैक्सीन लाना है जरूरी
डेंगू से बचाव के लिए डेंगू वैक्सीन बाजार में लाना आवश्यक है। तभी समस्या से निजात मिलेगी। साथ ही नियमित तौर पर फॉगिंग की व्यवस्था निगम को करनी चाहिए।
- शुभम कुमार, समाज सेवी
डेंगू के लार्वा को खत्म करने के लिए डेंगू के हॉट स्पॉट वाले इलाकों में केमिकल छिड़काव भी आवश्यक है। इसकी मॉनिटरिंग जिला प्रशासन की ओर से की जानी चाहिए।
-विवेक अग्रवाल, आम पब्लिक
पिछले साल की तरह इस साल भी डेंगू पॉजिटिव न हो इसके लिए अवेयरनेस प्रोग्राम के साथ केमिकल छिड़काव व फॉगिंग निगम को करानी चाहिए। तभी बीमारी कम होगा।
- अंकित, आम पब्लिक
डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। चिन्हित इलाकों में केमिकल का छिड़काव भी हो रहा है। अस्पतालों में बेड रिजर्व किया गया है।
डॉ। मिथिलेश कुमार, सिविल सर्जन, पटना