पटना ब्‍यूरो। सांस्कृतिक संस्था सूत्रधार, खगौल की नवीनतम नाट्य प्रस्तुति "भूख" का मंचन खगौल के प्रेक्षागृह एनसी घोष में हुआ। नाटक एक ऐसे गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति की कहानी दिखाता है जिसमें वह गरीबी को मिटाने हेतु अपनी जान जोखिम में डाल देता है। नाटक में बादशाह के चापलूसों और नमक-मिर्च लगाकर घटना पेश करने वाले व्यक्तियों को उजागर किया गया लेकिन अंततः बीरबल की चतुराई से भूखे एक गरीब व्यक्ति को इंसाफ मिल ही जाता है। इसके पूर्व नाट्य मंचन संध्या में आगत अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र एवं स्मृति-चिन्ह देकर किया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था के महासचिव एवं वरिष्ठ रंगकर्मी नवाब आलम ने कहा कि नाटक सामाजिक बदलाव का एक सशक्त माध्यम है। मौके पर कई गणमान्य लोगों की उपस्तिथि भी रही जिसमें अजय कुमार, धीरज कुमार यादव, राहुल राही, प्रसिद्ध यादव, अरुण सिंह अस्तानंद, मो। सादिक, विष्णु गुप्ता, अखिलेश मुन्ना आदि शामिल हैं। मूल कथा किशोर कुमार सिन्हा और प्रस्तुति परिकल्पना एवं निर्देशन राम नारायण पाठक का रहा। प्रस्तुति नियंत्रक जीशान आलम, मंच सज्जा संजीत गुप्ता जबकि संगीत गुलशन पांडेय, चन्दन, राजेश, भोला और राजीव त्रिपाठी का था।