पटना ब्‍यूरो। लोक आस्था का महापर्व नजदीक है। व्रती उसकी तैयारी में अभी से जुट गए है। वहीं बाजार भी तैयार है। छठ व्रत में हर सामग्री की अपनी महत्ता है। उसी कड़ी में खरना और अघ्र्य के लिए प्रसाद बनाए जाने वाला चूल्हा की डिमांड अभी से ही है। पटना की चूल्हा को कई व्रति दिल्ली मुंबई अपने परिजनों से मंगा रहे हैं। तो कई लोगों ने पहले से ही एडवांस बुकिंग करा रखी है।

राजधानी के विभिन्न सड़को पर बन रहे चूल्हे
छठ की छठा की शुरुआत हो चुकी है। राजधानी के विभिन्न इलाकों में बड़ी संख्या में चूल्हा बनाते कारीगर दिख जाएंगे। शहर के वीरचंद पटेल मार्ग हो या कंकड़बाग बड़ी संख्या में लोग चूल्हा बनाते दिख जाएंगे। वहीं खरीदारों की भी उत्सुकता दिख रही है। पटना की ही रहने वाली ममता त्रिगुणायत का कहना है कि उनकी ननद मुंबई में रहती है। बीते तीन सालों से वह छठ करती है। लेकिन वहां मिट्टी का चूल्हा नहीं मिलता। उन्हें हर साल वह यहां से चूल्हा भेजती है।

चूल्हा के रेट में आई बढ़ोतरी
मिट्टी के चूल्हे बना रहे राहुल बताते हैं कि मिट्टी के चूल्हे बनाने के लिए सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी का आर्डर दिया जाता है। दुकानदार ने बताया कि इस बार 200 चुला उन्होंने बनाए है। उम्मीद है कि सारे मिट्टी के चूल्हे बिक जाएंगे। मिट्टी के चूल्हे बनाने में 100 रुपए प्रति पीस खर्च आता है। छठ व्रतियों से मात्र 10 रुपए का मुनाफा लेकर 110 रुपए में मिट्टी का चूल्हा उपलब्ध कराया जाता है। पिछली बार भी छठ व्रतियों को इसी कीमत पर मिट्टी का चूल्हा उपलब्ध कराया गया था। हालांकि अब छठ पूजा में व्रती महिलाएं गैस का भी प्रयोग करने लगी है। जिसके चलते मिट्टी के चूल्हे की बिक्री पर भी असर पड़ा है। फिर भी प्रासंगिकता इसकी कम नहीं हुई है।

मुस्लिम महिलाएं बना रही चूल्हा
पटना के वीरचंद पटेल पथ पर लगभग 30 से 40 की संख्या में मुस्लिम महिलाएं हिंदुओं के महापर्व छठ के लिए मिट्टी का चूल्हा बनाती हैं। छठ नजदीक आने के साथ ही महिलाएं अब चूल्हा तैयार करने के काम में लग गई हैं। पटना में हर साल शहरी क्षेत्र की बात करें तो 50 हजार से 60 हजार के करीब मिट्टी के चूल्हे बिकते हैं। ऐसे में मिट्टी के चूल्हे का कारोबार 40 लाख से अधिक रहने वाला है। वीरचंद पटेल पथ पर मिट्टी का चूल्हा तैयार कर रही महिला शकीला ने बताया कि इस बार मिट्टी का कीमत बढ़ गयी है। ऐसे में इस बार मिट्टी के चूल्हे का भाव अधिक रहेगा।


-छठ में पवित्रता का बड़ा महत्व
पटना से मुंबई जाने वाली अनिता ने बताया कि हर साल गंगा किनारे ही हम लोग भगवान सूर्य को अघ्र्य देते हैं। इस वर्ष पढ़ाई के लिए बेटा मुंबई में है इसलिए छठ पूजा वहीं पर करने का निर्णय लिए हैं। उन्होंने बताया कि इस पर्व में पवित्रता का बड़ा महत्व है। खरना के प्रसाद बनाने के लिए यहीं से ले जा रही हूं।

छठ व्रत को लेकर घर में तैयारी शुरू हो गया है। परिवार के सभी लोग पटना पहुंचने लगे है। धीरे धीरे खरीदारी भी शूरू कर दी हूं।
- जूही सिंह, पब्लिक

छठ पर्व में खरना के प्रसाद तैयार करने के लिए चूल्हा का बड़ा महत्व है। इसके लिए एडवांस दे दी हूं। पूजा नजदीक आने पर घर लाउंगी।
- ममता, पब्लिक

हम लोग हर साल वीर चंद पटेल पथ से ही खरना के प्रसाद के लिए चूल्हा की खरीदारी करते हैं। इस साल सबसे पहले चूल्हा ही खरीदी हूं।
- श्रद्धा तिवारी, पब्लिक