पटना ब्यूरो। एक अक्टूबर से बच्चियों को राज्य भर में सर्वाइकल कैंसर का टीका नि:शुल्क दिया गाएगा। 9 से 14 वर्ष की बच्चियों को आधार कार्ड के आधार पर राज्य के सभी सदर और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सर्वाइकल कैंसर का टीका नि:शुल्क मिलेगा। रविवार को पटना के ज्ञान भवन में रोटरी क्लब के कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने यह घोषणा की। रोटरी पटना मिलेनियम की मेजबानी में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किशोर बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर का टीका नि:शुल्क देनेवाला बिहार पहला राज्य है। पहले चरण में राज्य सरकार ने इसके लिए 150 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कैंसर मरीजों में 17 फीसदी सर्वाइकल कैंसर से पीडि़त होते हैं।
अब तक 8500 ऑपरेशन हो चुके हैं
मंगल पांडेय ने कहा कि अगले साल जनवरी से मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भाभा कैंसर संस्थान नये भवन में कार्य करने लगेगा। इस कैंसर अस्पताल के लिए राज्य सरकार ने दो चरणों में 212 करोड़ रुपये दिए हैं। मंगल पांडेय ने बताया कि मुजफ्फरपुर के कैंसर संस्थान में अब तक 8500 ऑपरेशन हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कैंसर मरीजों के इलाज में महावीर मन्दिर न्यास द्वारा संचालित महावीर कैंसर संस्थान के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल के बाद कैंसर के इलाज में महावीर कैंसर संस्थान का महत्वपूर्ण योगदान है। बिहार के कैंसर मरीजों को राज्य में इलाज की सुविधा की शुरुआत महावीर कैंसर संस्थान से हुई। अब आईजीआईएमएस में कैंसर संस्थान कार्यरत है।
100 बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर का टीका लगा
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री की मौजूदगी में रोटरी क्लब की ओर से 100 बच्चियों को सर्वाइकल कैंसर का टीका नि:शुल्क दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने क्लब की ओर से महावीर कैंसर संस्थान को मैमोग्राफी वैन दिए जाने की घोषणा भी की। पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर डॉ। एल बी सिंह के नेतृत्व में पोलियो उन्मूलन अभियान के बाद अब सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान की सराहना की। इस अवसर पर आयोजन अध्यक्ष डॉ एलबी सिंह ने कहा कि अभी तक रोटरी डिस्ट्रिक्ट बिहार-झारखंड के विभिन्न क्लबों की ओर से दो हजार सर्वाइकल कैंसर टीका नि:शुल्क देने की घोषणा हुई है। अगले साल तक यह संख्या 5 हजार तक जा सकती है। अपने संबोधन में डॉ एलबी सिंह ने कहा कि दुनिया भर में हर साल दो करोड़ नये मरीज कैंसर से पीडि़त हो जाते हैं। सालाना लगभग एक करोड़ कैंसर मरीजों की मृत्यु हो जाती है। भारत में सालाना 14 लाख नये मरीज कैंसर से ग्रसित होते हैं। उनमें लगभग 9 लाख की मृत्यु हो जाती है। डॉ एलबी सिंह ने बताया कि हृदय रोग के बाद सबसे अधिक मृत्यु कैंसर से होती है। कैंसर की रोकथाम के लिए जागरूकता और शुरुआती स्टेज में इलाज जरूरी है। इस अवसर पर वैज्ञानिक सत्र में महावीर कैंसर संस्थान की चिकित्सा निदेशक डॉ मनीषा सिंह, एसोसिएट निदेशक डॉ विनीता त्रिवेदी, कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ नवीन कुमार, डॉ श्रुति खेमका, डॉ अंजलि कुमारी, डॉ अविनाश उपाध्याय, डॉ मिताली ने अपनी प्रस्तुति दी।