पटना ब्यूरो। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन टीचर्स की डिजिटली क्रिएटिव स्किल बढ़ाएगा। जैसा कि एनईपी के अनुसार स्कूलों में एआई और डिजिटली रूप से स्टूडेंट्स को मजबूत करना है। सीबीएसई इसके लिए एफिलिएटेड स्कूलों के टीचर्स के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम लेकर आया है। बोर्ड द्वारा फरवरी में चार और मार्च में दो ट्रेनिंग आनलाइन आर्गेनाइज करेगा जिसके लिए सभी स्कूलों को सर्कुलर भी भेज दिया गया है। बोर्ड ने क्यूआर कोड भेजा है, जिसे स्कैन कर टीचर्स ट्रेनिंग के लिए फरवरी तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
दूसरी ट्रेनिंग आज
सीबीएसई छह दिन की ट्रेनिंग में अलग—अलग सब्जेक्ट पर टीचर्स को जानाकरी देंगे। ट्रेनिंग के पहले दिन यानी 8 फरवरी को क्रिएटिव स्किल का परिचय और पढ़ाने के कंटेंट के निर्माण के लिए एडोव एक्सप्रेस में बारे में बताया। वहीं अब 15 फरवरी को क्लास में स्टूडैंट को क्रिएटिव और उनके अंदर एआई की समझ को बढ़ाने के लिए टिप्स दिए जाएंगे। थर्ड ट्रेनिंग 22 फरवरी को ऑर्गेनाइज की जाएगी। जिसमें डेली क्लासरूम कैरिकुलम एकीकृत करने के बारे में बताया जाएगा। चौथी ट्रेनिंग 29 फरवरी को होगी, जिसमें आडियो, वीडियो कहानी कहने के साथ चित्र बनाने के बारे में बताया जाएगा।
मार्च में होगी दो ट्रेनिंग
वहीं मार्च में दो दिन ट्रेनिंग होनी है, जिसमें 7 मार्च को ग्राफिक और पोर्टफोलियो के बारे में बताया जाएगा। इसी तरह 14 मार्च को आखिरी ट्रेनिंग में वीडियो स्टोरी टेलिंग और वेबपेज मैजिक के बारे में बताया जाएगा।
यूट्यूब से भी ले ट्रेनिंग
बोर्ड द्वारा यह भी स्कूलों को बताया गया है कि जिन टीचर्स की ड्यूटी बोर्ड एग्जाम में लगी है। वह टीचर कौशल शिक्षा विभाग सीबीएसई के यूट्यूब चैनल पर आर्गेनाइज सत्र में शामिल होकर ट्रेनिंग ले सकते हैं। प्रोग्राम से संबंधित सवाल सीबीएसई द्वारा भेजी गई वेबसाइट पर टीचर्स कर सकते हैं।
एआई पर क्या बोले स्कूलों के एक्सपर्ट -
आधुनिक दौर में स्टूडेंट के लिए एआई की पढ़ाई बहुत जरूरी है। स्टूडेंट अब स्कूल से ही काफी कुछ सीख कर निकलेंगे। हायर एजुकेशन में स्टूडेंट के लिए जो काफी मददगार साबित होगा।
सैयद शमायल अहमद, राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन
एनईपी के अनुसार पढ़ाई कराने के लिए टीचर्स को ट्रेंड होना बहुत जरूरी है। कैपासिटी बिल्डिंग प्रोग्राम में एआई के बारे में प्रमुखता से बताया जाएगा। इसमे टीचर्स को अनिवार्य रूप से शामिल होना चाहिए।
राजेश कुमार शर्मा, डायरेक्टर, विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल