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PATNA: कोरोना संक्रमण को लेकर सावधानियां बरतने की जितनी चर्चाएं हैं। उससे भयावह हालात हैं पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के। यहां के 8 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिल चुके इसके बावजूद कोरोना वार्ड में जहां पेशेंट एडमिट हैं वहां बिल्लियां घूम रहीं हैं। ऐसे माहौल में स्वस्थ व्यक्ति भी यहां आकर संक्रमित हो सकता है। पीएमसीएच में कोरोना वार्ड के सिस्टम पर सवाल उठाने वाले हालात पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की सनसनीखेज रिपोर्ट

कैदखाने सा डे केयर, एक पाउच सॉस से कैसे खाएं बे्रड का पैकेट

कोरोना सस्पेक्टेड का खाना और नाश्ता वार्ड से बाहर निर्धारित स्थान पर रख दिया जाता है। स्टाफ दूर से ही चिल्लाते हैं और और एक-एक कर वार्ड से निकलने के लिए बोलते हैं। अपना खाना और नाश्ता उठाकर ले जाने का निर्देश देते हैं। नाश्ते में ब्रेड, दूध और सॉस का एक छोटा पैकेट, केला और अंडे दिए जाते हैं। दिन और रात के खाने का मेनू अलग-अलग होता है।

पेशेंट की रिपोर्ट पॉजिटिव, दो दिन नहीं बदली चादर

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की जांच-पड़ताल में यह पता चला कि कोरोना वार्ड के 40 नंबर बेड का पेशेंट 19 जून को ही पॉजिटिव पाया गया। लेकिन 21 जून तक उसके द्वारा यूज किया हुआ बेड सैनिटाइज नहीं किया गया। और ना ही यूज बेडशीट को हटाया गया। जबकि कई पेशेंट दो दिनों में वार्ड में भर्ती हुए उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि उस बेड पर कोई पॉजिटिव रह चुका है। ऐसे में अनजाने में यह वार्ड यहां पहुंचने वाले कई अन्य लोगों को भी कोरोनावायरस दे सकता है।

कोरोना वार्ड में घूमती हैं बिल्लियां

यूं तो पटना के हॉस्पिटल्स में जानवरों का घूमना आम बात है लेकिन पीएमसीएच के कोरोना वार्ड में बिल्ली एक बेड से दूसरे बेड तक आसानी से घूमते रहती है और रात में माहौल को भी डरावना बनाती है। एक तो किसी परिजन की एंट्री नहीं है, कोई बात करने वाला नहीं होता। दूसरी ओर बिल्लियां पूरे वार्ड को भयावह बनाती है।

हम शिकायतों का निराकरण करेंगे। अब सतरंगी चादर आ चुकी है। हर दिन नई चादर बेड पर बिछाई जाएगी। चाहे डॉक्टर हों या बाहरी व्यक्ति, हर किसी को कोरोना से सेफ रहने और मास्क नहीं लगाने पर फाइन का भी प्रावधान कर दिया गया है।

-डॉ बीके कारक, सुपरिटेंडेंट पीएमसीएच