पटना ब्यूरो। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 15 मार्च को आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा 2024 (टीआरई 3.0) को रद्द कर दी है। इस संबंध में बुधवार को बीपीएससी ने नोटिफिकेशन जारी किया है। अब चुनाव के बाद परीक्षा संभावित है। बीपीएससी ने बताया है कि आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा लिखित सूचना दी गई है कि 15 मार्च को दो पालियों में ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र परीक्षा के पूर्व ही संगठित गिरोह के पास पहुंच गए थे। जांच के बाद अभ्यर्थियों के व्यापक हित को देखते हुये, कदाचार मुक्त एवं पारदर्शिता के साथ परीक्षाओं को आयोजित करने की आयोग की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए 15 मार्च को ली गई दोनों पालियों की परीक्षा को रद किया जाता है।
ईओयू ने दर्ज की थी एफआईआर
मामले में 16 मार्च को ईओयू ने एफआईआर दर्ज की थी। ईओयू ने कार्रवाई करते हुए फिलहाल 277 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें प्रश्न पत्र लीक का मास्टर माइंड विशाल कुमार उर्फ विशाल चौरसिया भी शामिल है। ईओयू को इस मामले में साफ तौर पर प्रश्न पत्र लीक होने के सबूत मिले थे। इसके तार झारखंड से भी जुड़े हुए थे। हजारीबाग के एक बैंक्वेट हॉल में सैकड़ों की संख्या में छात्रों को प्रश्न पत्र के उत्तर रटाए जा रहे थे। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सैकड़ों छात्रों को गिरफ्तार किया था। मौके से स्कैनर, मोबाइल, प्रिंटर और प्रश्न पत्र का प्रिंट कॉपी मिला था।
ईओयू ने बीपीएससी को सबूत देने से किया इन्कार
मामले में पहले बीपीएससी ने प्रश्न पत्र लीक होने से इन्कार किया था। ईओयू की ओर से दर्ज एफआईआर के बाद बीपीएससी पर छात्रों का दबाव बढ़ते जा रहा था। जिसके बाद बीपीएससी प्रेस कांफ्रेस कर और लिखित रूप से ईओयू से प्रश्न पत्र लीक मामले में मानक सबूत देने की मांग की थी। इसके बाद ईओयू ने पत्राचार के माध्यम से सूचना दिया कि अनुसंधान के क्रम में किसी भी प्रकार की सूचना व मुहरबंद इलेक्ट्रानिक डिवाइस किसी कार्यालय या इकाई के साथ नियमानुसार साझा नहीं की जा सकती है।
छात्रों ने दी थी आंदोलन की चेतावनी
इस मामले में छात्रों का दबाव शुरू से आयोग पर पड़ रहा था। मामले को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर छात्रों ने कैम्पेन चला रखी थी। छात्रों की ओर से 21 मार्च से बीपीएससी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी। बिहार विद्यालय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि 15 मार्च को आयोजित हुए परीक्षा से 80 हजार शिक्षकों की बहाली होनी थी। इसमें कक्षा एक से पांच और कक्षा छह से आठवीं तक के शिक्षकों की बहाली होनी थी। अमित विक्रम के अनुसार पहले तो बीपीएससी प्रश्न पत्र लीक होने की बात से ही इन्कार कर रही थी। जब छात्रों ने 21 मार्च को बीपीएससी ऑफिस के बाहर आंदोलन की धमकी दी तब जाकर इसे रद किया गया है। अब छात्र इस आंदोलन को स्थगित कर रहे हैं।
87,774 पदों के लिए 3.74 लाख अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन
बीपीएससी की ओर से तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को लेकर 87,774 पदों के लिए 3.74 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षा 15 मार्च को दो पालियों में आयोजित की गई। पहली पाली में छठी से आठवीं तक के परीक्षा में 1.60 लाख, दूसरी पाली में 2.14 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किए थे। परीक्षा को लेकर आयोग की ओर से राज्य के 26 जिलों में 415 केंद्र बनाए गए थे।