पटना ब्‍यूरो। ये बिहार के यूथ हैं। जब सोचते हैं तो कुछ बड़ा सोचते हैं। ऐसे ही एमबीए और इंजीनियरिंग की एक युवाओं की टीम ने रोड सेफ्टी व पर्यावरण संरक्षण को लेकर पहल की है। इनके एक्सपेरिमेंट से पर्यावरण की रक्षा तो होगी ही साथ ही रोड एक्सीडेंट जैसी घटनाओं पर भी लगाम लगेगा। टीम की इस पहल को लोगों की खूब सराहना मिल रही है। टीम के सदस्य खुद रोड के किनारे लगे पेड़-पौधों को इस भीषण गर्मी में बचाने में जुटे हैं। सदस्य पेड़-पौधों और रोड के किनारे बोतल रिफ्लेक्टर लगा रहे हैं। पढि़ए पूरी रिपोर्ट

चार दिनों तक पौधों को मिलेगा पानी
एमबीए व इंजीनियरिंग कर चुके 44 यूथ की टीम ने पर्यावरण को बचाने के लिए बीइंग हेल्पर फाउंडेशन की नीव रखी। फिर पर्यावरण संरक्षण को लेकर मुहिम शुरू की। टीम के सदस्य शहर के विभिन्न इलाकों में पौधारोपण करने के बाद अब पौधों को बचाने की मुहिम चला रहे हैं। संस्था के फाउंडर शुभम कुमार ने बताया कि भीषण गर्मी की वजह से कई पौधे सूख रहे हैं। इन पौधों को पानी पहुंचाने के लिए शहर के कई इलाकों में प्लास्टिक की बोतल के सहारे पानी पहुंचाने का काम शुरू किए हैं। उन्होंने बताया कि बोतल में छेद कर 120 बोतल को एक-दूसरे से इंटर कनेक्ट किया गया है। बोतल से निकलने वाला पानी पौधे की जड़ में गिरता है। पानी गिरने की रफ्तार धीमी होती है। एक लीटर पानी तीन से चार दिनों तक पौधे की जड़ में गिरता रहता है।

कचरे से एकत्र करके बनाया सुरक्षा कवच
बीइंग हेल्पर फाउंडेशन के फाउंडर शुभम कुमार ने बताया कि प्लास्टिक के कारण एनवायरनमेंट को काफी नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही शहरीकरण के कारण पेड़-पौधों की धड़ल्ले से कटाई हो रही है। जिसका असर बढ़ते तापमान पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। इसे लेकर संस्था ने एक अनोखा पहल की है जिसमें कचरे से प्लास्टिक की बोतल इक_ा कर पेड़ को बचाने के लिए सुरक्षा कवच तैयार किया गया है। शुभम ने बताया कि इस सुरक्षा कवच को बोतल फॉर ट्री प्रोटेक्शन नाम दिया गया है। शुभम ने बताया कि इस पहल से पॉल्यूशन कंट्रोल तो होगा ही साथ ही पौधों को भी बचाया जा सकेगा।

इस मानसून 2 लाख बोतल रिफ्लेक्टर करेंगे तैयार
संस्था के गिरधर झा ने बताया कि इस मानसून तकरीबन दो लाख प्लास्टिक के बोतल का उपयोग कर बोतल फॉर ट्री प्रोटेक्शन बनाया जाएगा। कचरे में फेंके हुए बोतल से पर्यावरण बचाने की इस मुहिम में शामिल होने के लिए राज्य के युवाओं से संस्था के सदस्य न सिर्फ अपील करेंगे बल्कि अवेयरनेस कार्यक्रम भी जगह-जगह आयोजित की जाएगी। पर्यावरण बचाने में लगे यूथ ने बताया कि अब तक आठ हजार बोतल कलेक्ट कर लिया गया है।

कॉर्नर पर लगने से रिफलेक्टर का भी करेगा काम
फाउंडर शुभम कुमार ने बताया कि बोतल को ब्लू कलर से पेंट किया जाता है जिससे न सिर्फ पौधों को पानी मिलेगा बल्कि गाय व अन्य जानवरों से भी सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने बताया कि अटल पथ सहित शहर के अन्य मुख्य मार्गों के कार्नर पर इसे लगाया जा रहा है। बोतल का कलर नीला होने के वजह से ये रिफ्लेक्टर का भी काम करेगा। जिससे दूसरे दिशा से आने वाले वाहन चालकों को कंफ्यूजन नहीं होगा। इससे सड़क दुर्घटनाएं भी कम होंगी।