पटना(ब्यूरो)। बिना हेलमेट लगाए कोई भी बाइक स्टार्ट न हो राज्य सरकार ऐसी तकनीक को बढ़ावा देगी। इस तकनीक को बढ़ावा देने के लिए सरकार बैंक से कोष की व्यवस्था करेगी। साथ ही स्टार्ट-अप फंड उपलब्ध कराने में भी सहायता देगी। युवाओं के इस इजाद किए गए तकनीक, जिसके तहत बिना हेलमेट लगाए कोई भी बाइक स्टार्ट नहीं होगी। रविवार को परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल, जिला परिवहन पदाधिकारी एवं एमवीआइ के साथ स्मार्ट हेलमेट स्टार्टअप नाम से खुद का स्टार्टअप शुरू करने वाले राजा कुमार केशरी के कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने यह बातें कहीं।
बता दें कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने राज्य के चार युवाओं के द्वारा बनाए गए स्मार्ट हेलमेट की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इस खबर के प्रकाशन के बाद परिवहन सचिव स्वयं युवाओं के इस स्टार्टअप की जानकारी लेने उनके कार्यालय पहुंचे थे।
स्मार्ट हेलमेट के तकनीकी पहलू से हुए अवगत
संजय कुमार अग्रवाल के समक्ष स्मार्ट हेलमेट का लाइव डेमो हुआ। इस दौरान बिना हेलमेट लगाए बाइक स्टार्ट नहीं होने के विभिन्न तकनीकी पहलू से परिवहन सचिव अवगत हुए। साथ ही स्मार्ट हेलमेट कैसे काम करती है, इसकी क्या विशेषता है, फंड की क्या व्यवस्था है, इस प्रोजेक्ट में और क्या मदद अपेक्षित है इसकी उन्होंने जानकारी ली। इस दौरान बैंक से पूंजी की व्यवस्था के लिए दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के मैनेजर को फोन काल कर बुलाया गया। स्टार्टअप को गति देने के लिए 10 दिनों के अंदर बैंक को पूंजी की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया।
जांच के लिए डीटीओ को निर्देश
1400 से 1800 रुपये है कीमत
पटना के राजा कुमार केशरी, यश कुमार केशरी, रौशनी भारती और प्रिया कुमारी ने स्मार्ट हेलमेट बना खुद का नया स्टार्टअप शुरु किया है। राजा कुमार केशरी ने बताया कि यह स्मार्ट हेलमेट न सिर्फ दोपहिया वाहन चालकों को हादसे से बचाता है , बल्कि बाइक की चोरी होने से भी बचा सकता है। इसकी कीमत 1400 से 1800 रुपए तक है।
चार्ज भी होती है हेलमेट
सामान्य मोड में एक सामान्य हेलमेट के जैसा उपयोग कर सकते हैं। जबकि आटोमेटिक मोड में बाइक स्टार्ट करने के लिए हेलमेट पहनना होगा, तभी जाकर गाड़ी स्टार्ट होगी। हेलमेट में चार्जिंग प्वाइंट भी दिया गया है। एक बार चार्ज होने के बाद यह कम से कम 15 दिनों तक काम करेगा। कई लोग दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं लगाते हैं, जो सुरक्षा के ²ष्टिकोण से सही नहीं हैं। ऐसे लोगों के लिए हेलमेट बहुत कारगर होगी।