पटना (ब्यूरो)। चीन में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों को एडवायजरी जारी की है। केंद्र सरकार का निर्देश हुआ है कि राज्य अधिक से जीनोम सिक्वेंङ्क्षसग करें, ताकि कोविड के नए स्ट्रेन के बारे में जानकारी मिलती रहे। केंद्र की एडवायजरी मिलने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने दिए जरूरी निर्देश
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य स्वास्थ्य समिति, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना, (आइजीआइएमएस), माइक्रोबायोलाजी विभाग के साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। जिसमें कोविड के नए केस की जीनोम सिक्वेंङ्क्षसग को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए।
अपर मुख्य सचिव ने केंद्र की एडवायजरी का हवाला देकर कहा, जिलों में जहां भी कोविड के टेस्ट हो रहे हैं और एक-दो पाजिटिव केस मिल रहे हैं वैसे पाजिटिव केस की जानकारी प्राप्त करें और उनकी जीनोम सिक्वेङ्क्षसग कराएं। बैठक में शामिल इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक को निर्देश दिए गए कि वे संस्थान के माइक्रोबायालोजी विभाग से जिलों को समन्वय के आवश्यक निर्देश दें।
सार्वजनिक स्थानों पर कराए जांएंगे टेस्ट
इसी कड़ी में बैठक में यह निर्णय भी हुआ कि थोड़ी प्रतीक्षा के बाद आवश्यकता पडऩे पर वापस एक बार रेलवे स्टेशन, बस अड्डों के साथ ही हाट-बाजार और माल आदि में रैंडम कोविड टेस्ट कराए जाएंगे। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जिलों में अब भी जांच जारी है। स्वास्थ्य विभाग के अगले आदेश के आधार पर ही कोई कदम उठाए जाएं।
वर्तमान में कोविड की स्थिति
बिहार में कोविड के नए मामले नहीं के बराबर हैं। प्रतिदिन राज्य में करीब 50 हजार कोविड टेस्ट कराए जा रहे हैं। इनमें शत प्रतिशत रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। राज्य में वर्तमान में कोविड के सक्रिय मामले तीन हैं। बीती तीन लहर में राज्य में कोरोना के 8.51 लाख संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 8.39 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में इस बीमारी से अब तक 12 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। विभाग का दावा है कि राज्य में पहली लहर से अब तक 9.44 करोड़ से अधिक कोविड टेस्ट किए गए हैं।