पटना (ब्यूरो)। पटना मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों के निर्माण का काम तेज हो गया है। फ्रेजर रोड में बनने वाले आकाशवाणी मेट्रो स्टेशन के लिए कंक्रीट डी-वाल का निर्माण शुरू कर दिया गया है। भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण के दौरान जमीन की सतह को ढहने से बचाने के लिए डी आकार वाली दीवार का निर्माण किया जाता है। यह दीवार 25-30 मीटर गहरी और लगभग डेढ़ मीटर चौड़ी होती है। डी-वाल के बाद स्लैब और ट्रैक का काम किया जाएगा।
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के अनुसार, आकाशवाणी मेट्रो स्टेशन भारतीय नृत्य कला मंदिर और प्रसार भारती के पास बनेगा। इसमें तीन प्रवेश और निकास द्वार होंगे। स्टेशन का ज्यादातर हिस्सा ठीक फ्रेजर रोड के नीचे बनना है। बिहार में पहली बार भूमिगत स्तर पर इतना बड़ा काम हो रहा है। डी-वाल के जरिए पहले भूमिगत स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, इसके बाद ट्रैक के लिए सुरंग की खोदाई की जाएगी। सुरंग बनाने का काम सबसे पहले राजेंद्रनगर के मोइनुलहक स्टेडियम के पास से शुरू होगा।

निर्माण से पहले किया गया ट्रैफिक डायवर्जन

फ्रेजर रोड में बनने वाले भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण को लेकर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस से पिछले माह ही अनुमति मिल गई है। आमलोगों को निर्माण के दौरान परेशान न हो इसके लिए साइनेज, स्ट्रीट लाइट, डिवाइडर और पैदल चलने का अलग से रास्ता बनाया गया है। इसके साथ ही भूमिगत और ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार, पानी और नाली आदि को शिफ्ट किया गया है।

राजेंद्रनगर तक भूमिगत जाएगी मेट्रो

कोरिडोर-दो के अंतर्गत आकाशवाणी से राजेंद्रनगर तक पटना मेट्रो भूमिगत होगी। इस आठ किमी लंबे खंड में छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे जिनमें तीन स्टेशन गांधी मैदान, पीएमसीएच और विश्वविद्यालय अशोक राजपथ पर स्थित होंगे। इसके बाद मोइनुलहक स्टेडियम और राजेंद्रनगर मेट्रो स्टेशन भी भूमिगत होगा। इसके बाद पटना मेट्रो एलिवेटेड हो जाएगी जो मलाही पकड़ी स्टेशन से जुड़ेगी। यहां से प्रायोरिटी कोरिडोर का निर्माण हो रहा है, जो बैरिया के आइएसबीटी बस पड़ाव तक जाएगा। इस एलिवेटेड कोरिडोर का काम भी तेजी से चल रहा है।