पटना (ब्यूरो)। पटना और आसपास के पांच रुटों पर यात्री सुविधा को बढ़ावा देने और शहर में पाल्यूशन व डीजल फ्री बस संचालन के लिए परिवहन विभाग की ओर से 75 सीएनजी बसें अक्टूबर 2022 में खरीदी गई। लेकिन 75 दिन गुजरने के बाद भी बसों का संचालन शुरू नहीं हो पाया। आलम ये है कि आर ब्लाक स्थित परिवहन विभाग के कैंपस में करोड़ों रुपए की सीएनजी बसें मिट्टी और धूल फांक रही है। जबकि सुविधा नहीं मिलने से पब्लिक रोड पर भटक रही है। बसों की स्थिति देखने पर ऐसा लगता है कि जैसे वर्षों पुरानी बसें है। जबकि हकीकत ये है कि ये बसें अभी तक अनरजिस्टर्ड है। लोगों को हो रही समस्या को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि बस रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में अटकी है। पढि़ए विस्तृत रिपोर्ट

दिसम्बर में होनी थी प्रक्रिया पूरी
नाम नहीं छापने की शर्त पर परिवहन विभाग के स्टाफ ने बताया कि परिवहन कार्यालय में खड़ी 75 सीएनजी बसों के आने के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए आरटीओ भेज दिया गया था। रजिस्ट्रेशन संबंधित औपचारिकता दिसम्बर 2022 में ही पूरी होनी थी। मगर विभागीय लापरवाही के चलते अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। जिस वजह से सीएनजी बसों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है।

डीजल फ्री हो जाएगी नगर सेवा
75 सीएनजी बसों में से 42 बसों का इस्तेमाल गांधी मैदान से पटना एम्स, पटना हाजीपुर, और पटना बिहार शरीफ शामिल है। बताते चलें कि इन रूटों पर 14-14 डीजल चलित बसों का संचालन हो रहा है। इन बसों को सीएनजी में बदलने के बाद नगर सेवा पूरी तरह डीजल फ्री हो जाएगी। सूत्रों की मानें तो रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद 20 बसों को गांधी मैदान बेली रोड रूट पर संचालन किया जाएगा। 13 बसें गांधी मैदान पटना सिटी रूट पर चलेगी।

इलेक्ट्रिक बसों के बराबर किराया
अधिकारियों की मानें तो 75 बसों में 25 बस वातानुकूलित है। जिसका किराया इलेक्ट्रिक बस की तरह है। वातानुकूलित बसों के संचालन के बाद शहर में वातानुकूलित बसों की संख्या 48 हो जाएगी। इस तरह सीएनजी बसों की कुल सख्ंया 145 हो जाएगी। रिपोर्टर द्वारा पूछने पर इस संबंध बिहार राज्य पथ परिहवन निगम के प्रशासक सन्नी सिन्हा ने बताया कि बस संचालन का कार्य प्रॉसेस में है। जल्द ही संचालन संबंधित सूचना दी जाएगी।