पटना (ब्यूरो)। पटना नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की फौज है। फिर शहर गंदगी से मुक्त नहीं हो पा रही है। शहर के हर इलाके में कचरा पसरा मिलेगा। पटना नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि शहर में कचरे के उठान से लेकर इसे डंपिंग यार्ड तक पहुंचाने में हर रोज पांच हजार से ज्यादा कर्मचारियों को काम पर लगाया जाता है। लेकिन सफाई और कचरा उठान में लापरवाही की वजह से शहर साफ नहीं हो पा रहा है।
सेक्टर में बंटे हैं वार्ड
नगर निगम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पटना में 75 वार्ड हैं और इन सभी वार्डों को पांच सेक्टरों में बांटा गया है। हर सेक्टर में क्लोज टिपर है, जो डोर टू डोर जाता है। यानि 375 क्लोज टिपर, हर वार्ड के कमर्शियल क्षेत्र में ओपेन व्हीकल हैं। कचरे के उठान के लिए नगर निगम के पास अभी पांच हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं। इनकी संख्या शहर के वार्ड के अनुसार अलग-अलग हैं। किसी वार्ड में सौ तो किसी में 80 की संख्या में सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई है। चार सौ की जनसंख्या पर एक कर्मचारी का अनुपात है। हर वार्ड में आबादी अलग-अलग है। इसलिए जिस वार्ड में घनी आबादी है, वहां पर ज्यादा कर्मचारियोंं की तैनाती होती है। जैसे शहर का वार्ड नंबर नौ बहुत बड़ा है। यहां पर कई वीवीआईपी, मंत्री, आला अधिकारियों का निवास है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन का इलाका वार्ड 28 है। यहां पर फ्लोटिंग आबादी ज्यादा है। यह इलाका छोटा है लेकिन आबादी इतनी घनी है। यहां पर भी ज्यादा कर्मियों की नियुक्ति करनी पड़ती है। यहां रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों का आवागमन होता है। इसलिए यहां निगम कर्मियों को विशेष मशक्कत करनी पड़ती है।
फेस्टिवल में रखे जाते हैं टेंपररी कर्मी
नगर निगम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, फेस्टिवल में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए नगर निगम द्वारा टेंपररी सफाईकर्मियों की नियुक्ति की जाती है। इसमें घाट, सफाई व्यवस्था के अलावा सड़कों की सफाई भी शामिल होती है।
6 जगहों पर कचरे की डंपिंग
शहर में एकत्र कचरे की डंपिंग के लिए छह जगहों पर इसे एकत्र किया जाता है। इसके अंचलों में बांटा गया है। इसमें पाटलिपुत्र अंचल के लिए पानी टंकी के पास, गर्दनीबाग के लिए गर्दनीबाग एमसीसी के पास, कंकड़बाग के लिए ट्रांसपोर्ट नगर के पास, बांकीपुर के लिए आर्य कुमार रोड, अजीमाबाद व पटना सिटी के लिए कचरे की डंपिंग रामाचक बैरिया में किया जाता है।
लोग दें हमारा साथ
सिटी मैनेजर अरविंद कहते हैं, पटना नगर निगम अपने पूरे सामथ्र्य के अनुसार शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए कार्य करता है। लेकिन लोगों की लापरवाही से शहर की सफाई व्यवस्था पर असर पड़ जाता है। लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम समय विशेष पर इनिशिएट भी करता है। अभी हाल ही में दीपावली को लेकर निगम की तरफ से विशेष तैयारी की गयी थी। जिसमें पटनाइट्स को यह सुविधा दी गई थी कि साफ सफाई के दौरान घर से निकले कूड़े कचरे को निगम के वाहन द्वारा फ्री में उठान किया जाएगा। इस सेवा का बहुत अच्छा असर देखने को मिला।
निगम के पास संसाधन
- हर रोज कचरे का उठान - 924 टन
- ओपेन टिपर - 151
- क्लोज टिपर - 375
- टाटा 407 - 119
- जेसीबी - 75
- बॉबकैट - 75
- मिनी हाइवा - 12
- फॉगिंग मशीन - 1100