पटना (ब्यूरो)। राज्य में भ्रष्ट ऑफिसरों के खिलाफ प्रशासन का तंत्र लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसी क्रम में शनिवार को विजिलेंस ने हाजीपुर के लेबर एनफॉर्समेंट ऑफिसर दीपक कुमार शर्मा को रडार पर लेते हुए उनके मोतिहारी व पटना स्थित आवास पर छापा मारा। जहां करीब पौने दो करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए।
दो ठिकानों पर एक साथ छापा
इससे पहले विजिलेंस की दो टीम ने दीपक कुमार शर्मा के राजधानी के आलमगंज थाना अंतर्गत बजरंगपुरी कॉलोनी स्थित मकान के साथ ही मोतिहारी जिले के नगर थाना अंतर्गत चांदमारी कॉलोनी में कोर्ट से सर्च वारंट जारी होने के बाद रेड मारा। तलाशी के क्रम में जब टीम को नोटों की गड्डियां मिलनी शुरू हुई तो अधिकारियों की आंखे खुली की खुली रह गई। नोट सौ, दो सौ, पांच सौ और दो हजार रुपए की गड्डियों में थे। जानकारी के अनुसार नोट की इतनी बड़ी मात्रा को देखते हुए विभागीय अधिकारियों को कैश गिनने की मशीन मंगानी पड़ी।
42 एकाउंट में निवेश
विजिलेंस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार छापेमारी में दीपक कुमार शर्मा के घर से एक करोड़ 75 लाख रुपए कैश, 47,53,954 रुपए कीमत की 978 ग्राम सोने व चांदी के एक किलो 180 ग्राम जेवरात, पोस्ट ऑफिस व बैंक से संबंधित 42 एकाउंट में निवेश के दस्तावेज, एलआईसी की 14 पॉलिसियों में निवेश के दस्तावेज, 17 क्रेडिट व डेबिट कार्ड के साथ ही अन्य निवेश के कागजात भी बरामद किए गए हैं।
जमीन भी खरीदी
विजिलेंस ने तलाशी के क्रम में दीपक कुमार के यहां से जमीन खरीदने व एग्रीमेंट के 25 कागजात को भी बरामद किया। जिनकी कीमत करीब सात करोड़ रूपये है। दीपक कुमार शर्मा के पास से ज्ञात वैध आय के स्त्रोत से 1,06,40,221 रुपए से ज्यादा की संपत्ति अर्जित करने की जानकारी मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दीपक कुमार शर्मा हाजीपुर से पहले कैमूर में पोस्टेड थे, जहां इनको मजिस्ट्रेट बनाकर चेकपोस्ट में ड्यूटी दी गई थी। इस दौरान दीपक कुमार शर्मा ने खूब पैसे बनाए। विभाग द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि दीपक कुमार शर्मा ने अपने द्वारा समर्पित वार्षिक संपत्ति विवरणी में कई निवेशों का जिक्र ही नहीं किया है। विभागीय जांच में निवेश से जुड़ी अन्य जानकारियां व संपत्ति अर्जित किए जाने की जानकारी सामने आ सकती है।