कानपुर (इंटरनेट-डेस्क)। Bihar Assembly Elections 2020:बिहार विधानसभा 243 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान प्रक्रिया हुई है। इस बार के विधानसभा चुनाव में एनडीए में जेडीयू को 122 सीटें और बीजेपी को बिहार विधानसभा चुनाव में 121 सीटें मिली हैं। जेडीयू ने जीतन राम मांझी के नेतृत्व वाली एचएएम को अपनी 122 सीटों में से सात सीटें दी हैं, जबकि भाजपा ने 121 सीटों के अपने हिस्से में से 11 सीटें विकासशील इन्सान पार्टी (वीआईपी) को दी हैं। वहीं महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया और राजद (144 सीटें) और 70 सीटों के साथ कांग्रेस का गठन किया। अन्य गठबंधन सहयोगियों में सीपीआई-एमएल (19 सीटें), सीपीआई (6 सीटें), और सीपीआईएम (4 सीटें) शामिल हैं। वहीं 'महागठबंधन' के खिलाफ जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं।
पहले चरण का मतदान
पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को हुआ। इसमें 16 जिलों में फैले कुल 71 विधानसभा क्षेत्रों में वोट पड़े। इसके लिए 31,000 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। पहले चरण के चुनाव में, 1,066 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करीब 2,14,6,960 मतदाताओं द्वारा किए जाने का अनुमान है। पहले चरण में कई नक्सल प्रभावित इलाके भी शामिल हैं। यहां 10 नवंबर को परिणाम घोषित होने हैं।
दूसरे चरण का मतदान
बिहार में 3 नवंबर को दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 विधानसभा सीटों पर मंगलवार को सुबह 7 बजे मतदान शुरू हुआ। इसमें 2.86 करोड़ से अधिक मतदाता अपना वोट डालने के लिए पात्र हैं, जो राज्य में विधानसभा चुनाव के तीन चरणों में सबसे बड़ा है। दूसरे चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप जैसे उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे हैं।
तीसरे चरण का मतदान
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 7 नवंबर को 16 जिलों की शेष 78 सीटों पर राज्य के तीसरे व अंतिम चरण का मतदान हुआ है। इस दाैरान करीब 2,35,54,071 मतदाताओं अपने मताधिकार का प्रयोग कर उम्मीदवारों की किस्मत लिखने का अनुमान है। इसमें 1,23,25,780 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 1,12,05,378 महिलाएं, सामान्य श्रेणी में 894 थर्ड जेंडर और 22,019 सर्विस वोटर हैं।