-यूनिवर्सिटी को NIRF सर्वे में देश के टॉप तीन यूनिवर्सिटीज में मिली तीसरी रैंक
-लगातार दूसरे साल बरकरार रखी रैंक, पांच पैरामीटर्स पर तय की जाती है रैंकिंग
VARANASI
महामना मदन मोहन मालवीय के सपनों का रूप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को भारत सरकार के एचआरडी मिनिस्ट्री की ओर से कराये गये एनआईआरएफ सर्वे में देश के टॉप 100 यूनिवर्सिटीज में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। बीएचयू को लगातार दूसरे साल यह रैंक हासिल हुई है। वहीं ओवरआल कैटेगरी में बीएचयू ने अपनी रैकिंग में सुधार किया है। पिछले साल बीएचयू दसवें स्थान पर था इस साल एक पायदान चढ़कर नौवें स्थान पर पहुंच गया है।
2016 में था सातवें स्थान पर
मानव संसाधन विकास मंत्रालय हर साल अपनी एजेंसी नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ ) के जरिये देश के तमाम एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स की गुणवत्ता को रैंक देता है। इसके लिए एनआईआरएफ अलग-अलग कैटेगरी और सम्मलित रूप से पांच पैरामीटर्स (टीचिंग लर्निग रिसोर्सेज टीएलआर, रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस आरपीसी, ग्रेजुएशन आउटकम जीओ, आउटरीच एंड इन्क्लूसिविटी ओआई व परसेम्पशन) पर इंस्टीट्यूट्स की रैकिंग करता है और उन्हें घोषित करता है। 2016 में इसी एजेंसी ने बीएचयू को सातवां स्थान दिया था। 2017 में बीएचयू ने अपनी रैंक में सुधार किया। 2018 में बीएचयू ने अपनी रैंक बरकरार रखते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है। पहला स्थान नेशनल साइंस इंस्टीट्यूट, बैंगलोर व दूसरा स्थान जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, दिल्ली को मिला है।
BHU एक नजर
मेन कैंपस 1,360 एकड़ में
साउथ कैंपस 2,740 एकड़ में
इंस्टीट्यूट्स -5
फैकल्टीज- 16
डिपार्टमेंट-134
इंटरडिसिप्लीनरी स्कूल-2
रिसर्च सेंटर्स-15
स्टूडेंट्स-32,000
रिसर्च स्कॉलर्स- 4,000
टीचर्स- 1,920
महिला महाविद्यालय-1
एफिलेटेड कॉलेज-4
बीएचयू ने यूनिवर्सिटी कैटेगरी में अपने पिछले साल के रैंक को बरकरार रखा है। ओवरआल कैटेगरी में सुधार किया है। पिछले साल यह दसवें स्थान पर था। इस साल बीएचयू नौवें स्थान पर आ गया है। हमारी कोशिश बीएचयू को नंबर वन यूनिवर्सिटी बनाने की है।
प्रो। राकेश भटनागर, वीसी बीएचयू