मानों चीनी मिट्टी की सुराही पर उकेर दिया फ्लोरल।
आ गए न दिन में तारे नजर!
रंगोली जैसा है लेकिन इसे टैटू कहते हैं।
फूल है गुलाब का। आपने क्या सोचा!
इसे कहते हैं टशन में रहने का।
और ये वाला साड़ी का किनारा, बचपन में बनाया तो होगा ड्राइंग बुक में। झूठ मत बोलना सबने बनाया है।
लग रहा है न एकदम असली का पंख।
गुलाबो... जरा गंध फैला तू...।
भई संभल कर देखना। गुलाब के साथ कांटे भी हैं।
एकदम क्लासिकल लुक है इस टैटू का। मेसोपोटामिया वाला आर्ट।
इससे मिलती जुलती एक मूर्ति प्राचीन काल में मिली थी जिसे मातृ देवी के नाम से जानते हैं। उस मूर्ति के हाथ में एक पात्र था और गर्भ से लता निकलती दिखाई गई है, जो उर्वरता का प्रतीक है।
और ये वाला बिलो द बेल्ट है बोले तो बोल्ड नहीं ब्यूटीफुल। समझे...
Image source : www.buzzintersection.com
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