लखनऊ (आईएएनएस)। कोरोना वायरस और लाॅकडाउन के बीच लगभग दो महीने के इंतजार के बाद शुक्रवार को यहां खुलने वाली नाई की दुकानें और सैलून अब फिर से बंद की जा रही है। सैलून और नाई की दुकानों को सख्ती से कहा गया है कि वे बाल काटने के अलावा कोई अन्य सर्विस न प्रोवाइड करें। मालिश, स्पा और अन्य गतिविधियों की अनुमति बिल्कुल नहीं है। ऐसे में केवल बाल काटने के लिए सैलून खोलना आर्थिक रूप से फायदेमंद नहीं है। इंदिरा नगर में सैलून चलाने वाली मीता प्रसाद कहती हैं सप्ताहांत में हमारे पास केवल तीन ग्राहक थे क्योंकि लोग अपने घरों से बाहर जाने से सावधान रहते हैं। कुछ लोगों ने होम सर्विस मांगी लेकिन हमने मना कर दिया है। महिला ग्राहक यह भी जानना चाहती हैं कि क्या उन्हें बाल कटवाने के साथ-साथ चेहरे पर मसाज भी मिल सकती है। उसने कहा कि वह ईद के बाद सैलून बंद रखेगी क्योंकि उसे घाटा उठाना पड़ेगा क्योंकि मुझे कर्मचारियों को पूरा वेतन देना होगा और एयर कंडीशनिंग लागत भी वहन करना होगा। यह बेहतर है कि जब तक जिला प्रशासन सभी सेवाओं के लिए पूरी अनुमति न दे, तब तक व्यापार बंद रखा जाए। महिलाएं अन्य सेवाओं जैसे फेशियल और वैक्सिंग के लिए सैलून आती हैं जिन्हें वर्तमान में अनुमति नहीं दी जा रही है।
पर्सनल डिटेल को शेयर नहीं करना चाहते कस्टमर्स
नक्खास क्षेत्र में एक सैलून में काम करने वाले रफीक का कहना है कि अधिकांश पुरुष लॉकडाउन अवधि के दौरान घर पर पहले से ही बाल कटाने का प्रबंधन कर चुके हैं और हमारे पास नहीं आ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि जब कुछ ग्राहकों से उनके नाम, पते और मोबाइल फोन नंबर देने के लिए कहा गया तो वे पीछे हट गए और लाैट गए। सैलून प्राइवेट केयरिंग और सर्विस प्रोवाइड करते हैं और अधिकांश ग्राहक नहीं चाहते कि दुनिया को पता चले कि वे कितनी बार सैलून जाते हैं। हजरतगंज इलाके में एक सैलून के मालिक ने कहा कि बहुत से लोग वापस जा रहे हैं, क्योंकि वे अपने पर्सनल डिटेल को शेयर नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में अब यह कहते हुए नोटिस लगा दिया है कि सैलून 'व्यक्तिगत कारणों से' बंद है ।
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