लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह है कि सीरियाई सरकार ऐसा करेगी.
पूरे मसले पर अमरीकी कांग्रेस में जारी बहस के बीच रूस ने सोमवार को सीरिया के सामने अपने रासायनिक हथियारों को नष्ट करने का विकल्प रखा था.
अमरीका ने सीरिया पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है, जबकि सीरियाई सरकार इन आरोपों से इनकार कर रही है.
अमरीकी राष्ट्रपति ने सोमवार को कई टेलिविजन इंटरव्यू दिए. उनका मकसद मध्य पूर्व में नई सैन्य कार्रवाई के लिए अमरीकी कांग्रेस और आम जनता के बीच समर्थन जुटाना था.
सुरक्षा की चिंता
"मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ बने नियम यथावत रहें."
-बराक ओबामा, राष्ट्रपति, अमरीका
बराक ओबामा ने कहा कि असद शासन को रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल करने की सजा देने और उन्हें आगे ऐसा करने से रोकने के लिए सीमित हमला ज़रूरी है.
उन्होंने एबीसी न्यूज से कहा, "मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ बने नियम यथावत रहें."
उन्होंने कहा कि, "हम हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है. अगर हम ऐसा सैन्य कार्रवाई के बिना कर सकते हैं, तो बिल्कुल मैं ऐसा करना चाहूंगा."
एबीसी न्यूज के डॉयने शायर ने जब उनसे पूछा कि यदि असद अपने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने कहा है कि वो इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं लेकिन सीरिया को इसे स्वीकृति देनी होगी.
अमरीका ने सीरियाई प्रशासन पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है और उस पर हमला करने की धमकी दी है लेकिन सीरिया इन आरोपों से इनकार करता रहा है.
इससे पहले सैन्य कार्रवाई के लिए समर्थन जुटाने यूरोप पहुंचे अमरीकी विदेश मंत्री क्लिक करें जॉन केरी ने फिर चेतावनी दी कि सीरिया के खिलाफ़ कोई कदम नहीं उठाना वहां उस पर हमला करने से ज़्यादा ख़तरनाक होगा.
संयुक्त राष्ट्र ने पिछले महीने रासायनिक हमले की जांच के लिए दमिश्क में एक विशेषज्ञ टीम भेजी थी.
इस बीच सीरिया के राष्ट्रपति क्लिक करें बशर अल असद ने एक अमरीकी टीवी नेटवर्क के साथ इंटरव्यू में अमरीका को चेतावनी दी कि वो सीरिया में हस्तक्षेप न करे. असद ने ये भी कहा कि मध्य पूर्व ''धमाके की कगार'' पर है.
उन्होंने आगे कहा, "आपको किसी भी बात के लिए तैयार रहना होगा. इस क्षेत्र में सिर्फ़ सीरियाई सरकार ही अकेला पक्ष नहीं है. यहां अलग-अलग दल, गुट और विचारधाराएं हैं."
असद सीरियाई विद्रोहियों को ''आतंकवादी'' कहते हैं और उन्होंने अकसर कहा है कि विद्रोहियों का अल-क़ायदा से संबंध है.रासायनिक हथियारों का नियंत्रण सौंप दें तो क्या वो हमले की योजना को स्थगित कर सकते हैं तो ओबामा ने कहा कि, "बिल्कुल, अगर वास्तव में ऐसा होता है तो."
सीरिया पर हमले को लेकर अमरीकी कांग्रेस के समर्थन की संभावना तुलनात्मक रूप से कम है. बताया जा रहा है कि अमरीकी संसद के निम्न सदन 'हाउस ऑफ रेप्रज़ेन्टेटिव' में 433 में से 230 से अधिक सदस्य या तो हमले के विरोध में हैं या विरोध कर सकते हैं.
रूस का प्रस्ताव
इससे पहले, रूस ने सीरिया से कहा था कि अमरीकी सैन्य हमले से बचने के लिए उसे अपने रासायनिक हथियारों के ज़खीरे को अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण में रख कर और फिर उसे तबाह कर देना चाहिए.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लैवरोव ने कहा था कि उन्होंने ये प्रस्ताव मॉस्को में सीरियाई विदेश मंत्री वालिद मुआलेम से बातचीत में रखा था.
सीरियाई मंत्री ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है लेकिन अभी ये साफ़ नहीं है कि उन्होंने इसे मंज़ूरी दी है या नहीं.
एक दुभाषिए की मदद से सीरियाई विदेश मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि सीरिया ने रूसी पहल का स्वागत किया है. उन्होंने ''हमारे लोगों के खिलाफ़ अमरीकी आक्रमकता को रोकने की कोशिश के लिए'' रूस की तारीफ़ की.
सीरिया के ढाई साल से चल रहे गृह युद्ध में रूस उसका मुख्य अंतरराष्ट्रीय सहयोगी रहा है.
गतिरोध जारी
युक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने कहा है कि वो इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं लेकिन सीरिया को इसे स्वीकृति देनी होगी.
अमरीका ने सीरियाई प्रशासन पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है और उस पर हमला करने की धमकी दी है लेकिन सीरिया इन आरोपों से इनकार करता रहा है.
इससे पहले सैन्य कार्रवाई के लिए समर्थन जुटाने यूरोप पहुंचे अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने फिर चेतावनी दी कि सीरिया के खिलाफ़ कोई कदम नहीं उठाना वहां उस पर हमला करने से ज़्यादा ख़तरनाक होगा.
संयुक्त राष्ट्र ने पिछले महीने रासायनिक हमले की जांच के लिए दमिश्क में एक विशेषज्ञ टीम भेजी थी.
इस बीच सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने एक अमरीकी टीवी नेटवर्क के साथ इंटरव्यू में अमरीका को चेतावनी दी कि वो सीरिया में हस्तक्षेप न करे. असद ने ये भी कहा कि मध्य पूर्व ''धमाके की कगार'' पर है.
उन्होंने आगे कहा, "आपको किसी भी बात के लिए तैयार रहना होगा. इस क्षेत्र में सिर्फ़ सीरियाई सरकार ही अकेला पक्ष नहीं है. यहां अलग-अलग दल, गुट और विचारधाराएं हैं."
असद सीरियाई विद्रोहियों को ''आतंकवादी'' कहते हैं और उन्होंने अकसर कहा है कि विद्रोहियों का अल-क़ायदा से संबंध है.
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