ठाणे (एएनआई): Badlapur Protest: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के एक स्कूल में 2 नाबालिग लड़कियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना के बाद अभिभावकों और आम लोगों का गुस्‍सा भड़क उठा और हजारों की संख्‍या में लोग मंगलवार को बदलापुर रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस मामले पर महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा है कि घटना के सिलसिले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और आश्वासन दिया कि उसे अधिकतम सजा दी जाएगी। केसरकर ने कहा, "यह बहुत दुखद घटना है। राज्य शिक्षा विभाग की पूरी मशीनरी इसको लेकर एक्टिव हो गई है। हमने पुणे और मुंबई के चार आईएएस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। हम जांच कर रहे हैं कि स्कूल में सीसीटीवी क्यों काम नहीं कर रहा था। शिकायत दिए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए सीनियर पीआई का तबादला भी कर दिया गया है। हम इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को अधिकतम सजा मिले...हमारा पूरा विभाग यहां मौजूद है और छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।

शिक्षा मंत्री केसरकर ने यह भी कहा कि बदलापुर के उस स्कूल को नोटिस भेजा गया है, जहां पिछले सप्ताह कथित घटना हुई थी। हमने हर स्कूल के लिए विशाखा समिति बनाने का फैसला किया है। दो शिक्षकों, एक प्रधानाध्यापक, एक कक्षा शिक्षक और दो सहायकों को निलंबित कर दिया गया है। यह घटना 13 से 16 अगस्त के बीच हुई और जब 18 अगस्त को शिकायत के बाद 12 घंटे तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया तो वरिष्ठ पीआई का तबादला कर दिया गया। एक व्यक्ति को पोक्सो के तहत गिरफ्तार किया गया है और उसे साढ़े 13 साल तक की कैद हो सकती है।

बदलापुर रेलवे स्‍टेशन पर खड़ी रहीं ट्रेनें
इस बीच, बदलापुर में कथित यौन उत्पीड़न की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्‍या में फोर्स तैनात कर दी गई हैं। सीपीआरओ सेंट्रल रेलवे ने कहा, प्रदर्शनकारियों के आंदोलन के कारण बदलापुर रेलवे स्टेशन पर तमाम लोकल ट्रेनें जहां की तहां रुकी रहीं।

प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं, पूरा राज्‍य गुस्‍से में है
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है, महाराष्ट्र के बदलापुर में स्कूल परिसर में दो छोटी लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न किया गया, इसको लेकर पूरा राज्य आक्रोशित है और न्याय की मांग करता है। मैं एक बार फिर राष्ट्रपति भवन से महाराष्ट्र शक्ति आपराधिक कानून को मंजूरी देने का आग्रह करती हूं, ताकि कोई और बच्चा या महिला इस तरह के अपमान का सामना न करे। महिलाओं की सुरक्षा की अनदेखी करना राज्य सरकार के लिए शर्म की बात है। उन्होंने आगे कहा कि यह घटना स्कूल परिसर में हुई। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, हमारे समाज में बीमार विकृत लोग चाहते हैं कि महिलाएं 'सभ्य तरीके' से कपड़े पहनें, केवल सुरक्षित घंटों के दौरान बाहर निकलें और सुरक्षित क्षेत्रों में ही काम करें, और खुद की सुरक्षा की जिम्मेदारी लें। आप इस पर क्या कहेंगे?

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