कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Bada Mangal 2022 हनुमान जी की पूजा मंगलवार और शनिवार को करना शुभ होता है। इस दिन हनुमान का जाप करने से सारे दुख दूर होते हैं और मनचाहा फल मिलता है। मगर सिर्फ मंगलवार-शनिवार को पूजा करने से विशेष फल क्यों मिलता है। इसको लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं।
शनि' और 'मंगल' ग्रहों से है जुड़ाव
प्रभु राम को पाने का सबसे सरल तरीक़ा, हनुमान की पूजा करना है। हनुमान जी की पूजा मंगल और शनि को की जानी चाहिए। इस बात का जिक्र वनमाली की किताब 'श्री हनुमान लीला' में मिलता है। उनके अनुसार 'शनि' और 'मंगल' ग्रहों से जुड़ी होने के कारण शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी की पूजा की जाती है। ये दोनों ही ग्रह, मृत्यु एवं शत्रुता से संबंधित हैं और अपने अशुभ प्रभाव से व्यक्ति का जीवन परेशानी में डाल देते हैं। इससे बचने के लिए भक्त मंगल और शनिवार को बजरंग बली की पूजा-अर्चना करते हैं।
हनुमान जी का हुआ था जन्म
एक और कथा प्रचलित है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान का जन्म मंगलवार अथवा शनिवार को हुआ था और इसलिए दोनों दिन उनकी पूजा की जाती है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार ये दो दिन सबसे अशुभ समझे जाते हैं क्योंकि इन दिनों पर क्रमशः मंगल एवं शनि ग्रहों का नियंत्रण रहता है। हनुमान की पूजा करने वाले लोग, इन दोनों ग्रहों के दुष्प्रभावों से स्वतः बच जाते हैं।