कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Baba Siddique Murder Plot: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी लीडर बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में फरार संदिग्धों को पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमें बनाई गई हैं और उन्हें कई राज्यों में भेजा गया है। मुंबई पुलिस के हवाले न्यूज एजेंसी एएनआई ने से बताया, " सिद्दीकी की हत्या के आरोपी गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को बाबा सिद्दीकी की पहचान के लिए उनकी फोटो दी गई थी। शूटरों ने घटना से 25 दिन पहले उनके घर और दफ्तर का सर्वे किया था। गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप ने यूट्यूब से गोली चलना सीखा और मुंबई में बिना मैगजीन के गोली चलाने की प्रैक्टिस की थी।
मामले से जुड़े दो और लोग हुए अरेस्ट
मुंबई पुलिस ने मंगलवार को मामले से जुड़े दो और लोगों को गिरफ्तार किया। उनमें से एक हरीश पुणे का एक स्क्रैप शॉप मालिक है। यहीं पर मुख्य धर्मराज और शिवप्रसाद गौतम काम करते थे। हरीश ने हाल ही में दोनों संदिग्धों के लिए नए मोबाइल फोन खरीदे थे और उन्हें क्राइम में उनकी भूमिका के बारे में पूरी जानकारी थी। दूसरी गिरफ्तारी में अनुराग कश्यप शामिल है, जो धर्मराज कश्यप का भाई है, जो पहले से ही हिरासत में है। हरीश पर हत्या को अंजाम देने के लिए तीनों-धर्मराज, शिवप्रसाद और अनुराग को पैसे देने का आरोप है। इसके अलावा उस पर उन्हें मोटरसाइकिल और मुंबई के कुर्ला में रहने के लिए जगह मुहैया कराने का भी आरोप है।
तीन हमलावरों ने गोली मार दी थी
पूर्व मुंबई विधायक और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता बाबा सिद्दीकी को शनिवार रात उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के आफिस के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया गया। रविवार को बाबा सिद्दीकी को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। वे बांद्रा (पूर्व) से तीन बार विधायक रहे और महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री भी थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी को 15 दिन पहले मौत की धमकी मिली थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाकर वाई कैटेगरी कर दी गई थी।
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