अयोध्या (एएनआई)। Ayodhya Deepotsav: यूपी की अयोध्या हर साल की एक बार फिर भव्य दीपोत्सव के लिए तैयार है। यह सातवां दीपोत्सव है, लेकिन इस बार यह थोड़ा खास है क्योंकि राम मंदिर बनने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इस बार दो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स बनाने का प्रयास है। इस खास आयोजन के लिए अयोध्या नगरी दुल्हन की तरह तैयार है। इस अवसर पर खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी को बुधवार को भव्य उत्सव में भाग लेने और दीये जलाने के वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रयास को देखने के लिए आमंत्रित किया। उत्तर प्रदेश सरकार दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या में 25 लाख से अधिक दीये जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा एक और रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की जाएगी, क्योंकि 1,100 से अधिक लोग सरयू घाट पर एक साथ सबसे बड़ी आरती करेंगे। एक्स पर अपने सोशल मीडिया हैंडल पर सीएम योगी ने कहा कि यह अवसर 'ऐतिहासिक' होगा।

55 घाटों पर जलाए जाएंगे दीये

पांच दिवसीय दीपोत्सव भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की याद में मनाया जाता है। यह आयोजन अयोध्या के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है, जो लाखों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। अयोध्या के 55 घाटों पर बनाए गए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के प्रयास में 30 हजार से अधिक स्वयंसेवक मदद करेंगे। नया घाट, पुराना घाट और भजन संध्या और अन्य क्षेत्र इस भव्य आयोजन के साक्षी बनेंगे।

इस बार दो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संस्कृति एवं पर्यटन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कई अन्य मंत्रियों के आज कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। दीपोत्सव की तैयारियों की देखरेख के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की 30 सदस्यीय टीम मंगलवार को पहुंची। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स टीम के प्रभारी निश्चल बरोट ने एएनआई को बताया, "यह सातवां दीपोत्सव है, लेकिन इस बार यह थोड़ा खास है क्योंकि राम मंदिर बनने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इस बार दो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स हैं, पहला यह कि रिकॉर्ड तोड़ 1100 लोग सरयू आरती करेंगे और दूसरा 25 लाख दीये जलाना।"

16 राज्यों के कलाकार हिस्सा लेंगे

इसके अलावा, आज शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी। इस यात्रा में करीब 6 देशों और 16 भारतीय राज्यों के कलाकार हिस्सा लेंगे और इसमें 18 झांकियां होंगी। गौरतलब है कि सरकार ने दिव्य अयोध्या ऐप के जरिए शुरू की गई वर्चुअल पहल 'एक दीया राम के नाम' को भी बढ़ावा दिया है। अयोध्या में हाल के वर्षों में पर्यटन और विकास में वृद्धि के साथ महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं। उत्सव के लिए शहर में आने वाले आगंतुकों के साथ स्थानीय व्यवसायों के फलने-फूलने के साथ उत्साह स्पष्ट है।

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