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सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद अयोध्या की गलियों में होने वाली चर्चा का क्या है विषय? सरकार ने अयोध्या में सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए? ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट कानपुर के संपादकीय प्रभारी मनोज खरे और फोटो जर्नलिस्ट अभिनव शुक्ला पहुंचे अयोध्या. आइए आपको ले चलते है भगवान श्रीराम नगरी में...

समय: दोपहर 1 बजे जगह अयोध्या श्री राम जन्म भूमि न्यास, गेट नंबर एक पर
चारो ओर जय श्री राम के नारे लगाते महंत के बीच पहुंचे गोंडा के विकास कुमार ने उनसे पूछा कि महंत जी अब मंदिर बन कर ही रहेगा क्या?... इस पर महंत राजेश्वर दास ने कहा कि अब भी कोई शंका है क्या... महंत के ऐसा बोलते ही आसपास खड़े लोगों ने ‘श्रीराम जानकी बैठे है मेरे सीने में...’ जैसे भजनों को गाना शुरू कर दिया. इस दौरान विकास के साथी विश्वेश्वर कुमार ने उनको रोककर अपना सवाल पूछने की कोशिश की तो महंत चेतराम दास ने कहा कि भगवान श्री राम का जन्म अयोध्या में हुआ था और उनकी जन्मस्थली पर 433 साल पहले बाबर ने जबरदस्ती एक स्थल का निर्माण करा दिया था लेकिन श्री राम के भक्तों ने उसको ध्वस्त कर दिया. अब मामला कोर्ट में है लेकिन हमको पूर्ण विश्वास है कि राम लला अयोध्या में फिर से भक्तों को दर्शन देकर निहाल करेंगे और उनका भव्य मंदिर कार्य सेवकों के हाथों बनेगा.

ayodhya case: कैसा है भगवान श्रीराम की नगरी 'अयोध्या' का हाल

कुछ इसी तरह का नजारा अयोध्या की गली गली दिखा. जहां हर कोई भगवान श्री राम के मंदिर के बारे में चर्चा कर रहा था. हर किसी की बात में यह विश्वास दिखा कि अब अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण बहुत जल्द होगा. राम जन्म भूमि न्यास की ओर जाने वाले मार्ग पर श्रृद्धालु जय श्रीराम-जय श्रीराम के नारे लगाते हुए राम लला के दर्शन को जाते दिखे.

पूरी अयोध्या में मंदिर की चर्चा
राम जन्म भूमि न्यास की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित एक दुकान के बाहर खड़े कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मामले को लेकर आपस में चर्चा कर रहे थे. तभी उनके बीच दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची. एक आम अयोध्यावासी बनकर रिपोर्टर भी उनके बीच खड़े होकर उनकी बातों को सुनने लगा. 70 साल के रामतीरथ ने कहा कि छह दिसंबर 1992 को जो हुआ उसके बाद ही राम लला मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए था लेकिन देर से ही सही अब जरूर मंदिर का निर्माण होगा.

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परिंदा भी नहीं मार सकता पर
श्री राम जन्म भूमि न्यास के गेट नंबर एक से लेकर राम लला के दरबार तक हर सौ कदम पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों का कड़ा पहरा लगा है. पुलिस और अर्धसैनिक बल श्री राम लला की ओर जाने वाले हर व्यक्ति की गहन तलाशी लेते हुए दिखे. पूरे अयोध्या को छावनी में तबदील कर दिया गया है. शहर की हर गली हर कोने में पुलिस और सीआरपीएफ के जवान गश्त कर रहे हैं. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की जबरदस्त मौजूदगी के बीच भी अयोध्या के लोगों में किसी प्रकार के डर और भय का माहौल नहीं दिखा, बल्कि हरफ उत्साह और खुशी का आलम है. लोगो की आखों में राम लला के भव्य मंदिर के निर्माण का इंतजार साफ दिखाई दिया. बहराइच के विनोद गुप्ता ने कहा कि वो पिछले 11 महीनों से लगातार हर बुधवार को राम लला के दर्शन करने आते है और उनसे एक ही प्रार्थना करते है कि प्रभू आप अयोध्या के राजा हैं और आप राजमहल जैसे मंदिर के अंदर जल्द विराजमान हो जाइए.

बना रहेगा अयोध्या का सौहार्द
अयोध्या में रहने वालों के बीच रहकर उनके मन की बात जानने के बाद एक बात तो साफ हो गई कि अयोध्या मामले में देश की सुप्रीम कोर्ट का फैसला चाहे किसी भी पक्ष में हो. अयोध्या में व्याप्त सौहार्द कभी खत्म नहीं होगा. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम से बात करते हुए अयोध्या निवासी मोहम्मद अजीज, रामशरण, निशाद और मोहम्मद आलम ने कहा कि आपसी सौहार्द फैसले के बाद भी वैसा बना रहेगा, जैसा कि अभी है.

वर्जन
अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मस्थली है. जहां पर उनका भव्य मंदिर का निर्माण होगा. अब समय आ गया है कि रामलला भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान होकर भक्तों को आशीर्वाद दें. मोदी और योगी के राज्य में ही मंदिर बनेगा. अब नहीं बनेगा तो फिर कब बनेगा.

महंत नृत्य गोपाल दास, अध्यक्ष श्री राम जन्म भूमि न्यास

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