पुराने मकान हुए तबाह
एक ओर जहां चीन 6.5 तीव्रता के भूकंप से हिल गया, वहीं इसी समय भारत के अंडमान द्वीप समूह में भी रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। चीन में आए भूकंप का केंद्र उइगर मुस्लिमों के क्षेत्र पिशान काउंटी में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। चीन में आपात अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के कारण पिशान में कई पारंपरिक मकानों को काफी नुकसान पहुंचा है।
1 हफ्ते में दूसरा भूकंप
फिलहाल स्थानीय प्रशासन ने इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की प्रांतीय कमेटी ने बताया कि शिजियांग में कई घरों को नुकसान पहुंचा है और कम्युनिकेशन सिस्टम प्रभावित हुआ है। वहीं चीन के भूकंप आपदा प्रबंधन का कहना है कि सुरक्षा कारणों से होतन शहर का एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां 3.0 और 4.6 तीव्रता के आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए। शिनजियांग प्रांत में एक हफ्ते के अंदर यह दूसरा और इस साल का आठवां भूकंप आया है। जहां तक गुमा की बात है तो यहां की आबादी 2 लाख है। यहां अधिकतर लोग खेती करते हैं। आबादी में मुस्लिम उइगरों की संख्या ज्यादा है। बताते चलें कि चीन में पिछला विनाशकारी भूकंप 2008 में सिचुआन में आया था। इसमें 70 हजार लोगों की मौत हुई थी।
कश्मीर में भी आया भूकंप
कश्मीर घाटी में गुरुवार को 5.1 तेजी के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार को दोपहर 12.48 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान की सीमा के पास जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई में केंद्रित था। गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में 30 जून को भी भूकंप के हल्के झटके महसूस हुए थे।
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