कुंडली में 12 भाव होते हैं। हर व्यक्ति की कुंडली में शनि का स्थान अगल—अलग भाव में होता है। ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी से जानते हैं कि एक से लेकर 12 भाव तक रहने वाले शनि के लिए क्या क्या उपाय करना चाहिए।
प्रथम भाव
अपने ललाट पर प्रतिदिन दूध अथवा दही का तिलक लगाए।
शनिवार के दिन न तो तेल लगाए और न ही तेल खाए।
तांबे के बने हुए चार साँप शनिवार के दिन नदी में प्रवाहित करे।
भगवान शनिदेव या हनुमान जी के मंदिर में जाकर पूजा करें
जब भी आपको समय मिले शनि दोष निवारण मंत्र का जाप करे।
दूसरे भाव
साँपो को दूध पिलाए कभी भी साँपो को परेशान न करें, न ही मारें।
दो रंग वाली गाय/भैंस कभी भी न पालें।
अपने ललाट पर दूध/दही का तिलक करें।
रोज शनिवार को कड़वे तेल का दान करें।
शनिवार के दिन किसी तालाब, नदी में मछलियों को आटा डालें।
सोते समय दूध का सेवन न करें।
शनिवार के दिन सिर पर तेल न लगाएं।
तीसरे भाव
आपके घर का मुख्य दरवाजा यदि दक्षिण दिशा की ओर हो तो उसे बंद करवा दें।
रोज शनि चालीसा पढ़ें तथा दूसरों को भी शनि चालीसा भेंट करें।
गले में शनि यंत्र धारण करें।
मकान के आखिर में एक अंधेरा कमरा बनवाएं।
अपने घर पर एक काला कुत्ता पालें तथा उस का ध्यान रखें।
घर के अंदर कभी हैंडपम्प न लगवाएं।
चतुर्थ भाव
रात में दूध न पियें।
कौवों को दसना खिलाएं।
सर्प को दूध पिलाएं।
काली भैंस पालें।
कच्चा दूध शनिवार को दिन में कुएं में डालें।
एक बोतल शराब शनिवार के दिन बहती नदी में प्रवाहित करें।
पंचम भाव
पुत्र के जन्मदिन पर नमकीन वस्तुएं बांटनी चाहिए, मिठाई आदि नहीं।
काला कुत्ता पालें और उसका पूरा ध्यान रखें।
शनि यंत्र धारण करें।
शनिदेव की पूजा करें।
छठवे भाव
चमड़े के जूते, बैग, अटैची आदि का प्रयोग न करें।
शनिवार का व्रत करें।
चार नारियल बहते पानी में प्रवाहित करें।
हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाएं।
शनि यंत्र धारण करें।
सप्तम भाव
हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाएं।
शनि यंत्र धारण करें।
मिट्टी के पात्र में शहद भरकर खेत में मिट्टी के नीचे दबाएं।
खेत की जगह बगीचे में भी दबा सकते हैं।
अपने हाथ में घोड़े की नाल का शनि छल्ला धारण करें।
अष्टम भाव
गले में चाँदी की चेन धारण करें।
शनिवार के दिन आठ किलो उड़द बहती नदी में प्रवाहित करें। उड़द काले कपड़े में बांध कर ले जाएं और बंधन खोल कर ही प्रवाहित करें।
सोमवार के दिन चावल का दान करना आपके लिए उत्तम है।
काला कुत्ता पालें और उसका पूरा ध्यान रखें।
नवम भाव
पीले रंग का रुमाल सदैव अपने पास रखें।
साबुत मूंग मिट्टी के बर्तन में भरकर नदी में प्रवाहित करें।
साव 6 रत्ती का पुखराज गुरुवार को धारण करें।
कच्चा दूध शनिवार दिन कुएं में डालें।
हर शनिवार के दिन काली गाय को घी से चुपड़ी हुई रोटी नियमित रूप से खिलाएं।
शनिवार के दिन किसी तालाब, नदी में मछलियों को आटा डालें।
दशम भाव
पीले रंग का रुमाल सदैव अपने पास रखें।
आप अपने कमरे के पर्दे, बिस्तर का कवर, दीवारों का रंग आदि पीला रंग की करवाएं, यह आप के लिए उत्तम रहेगा।
पीले लड्डू गुरुवार के दिन बांटे।
आपने नाम से मकान न बनवाएं।
अपने ललाट पर प्रतिदिन दूध अथवा दही का तिलक लगाए।
शनि यंत्र धारण करें।
जब भी आपको समय मिले शनि दोष निवारण मंत्र का जाप करें।
एकादश भाव
मित्र के वेश मे छुपे शत्रुओं से सावधान रहें।
सूर्योदय से कड़वा तेल मुख्य दरवाजे के पास भूमि पर गिराएं।
शनि यंत्र धारण करें।
कच्चा दूध शनिवार के दिन कुएं में डालें।
कौवों को दाना खिलाएं।
द्वादश भाव
जातक झूठ न बोले।
चार सूखे नारियल बहते पानी में प्रवाहित करें।
शनि यंत्र धारण करें।
शनिवार के दिन काले कुत्ते ओर गाय को रोटी खिलाएं।
शनिवार को कड़वे तेल, काले उड़द का दान करें।
सर्प को दूध पिलाएं।
-ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीपति त्रिपाठी
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